हरियाणा सरकार के दिशा-निर्देशों की अनुपालना करते हुए आमजन की समस्याओं का त्वरित समाधान करने के उद्देश्य से आयोजित किए जा रहे समाधान शिविर में अब जरूरतानुसार बदलाव किया गया है। अब ये शिविर सप्ताह में दो दिन सोमवार व बृहस्पतिवार को सुबह 10 से 12 बजे तक आयोजित किए जाएंगे। पूर्व की भांति जिला व उपमंडल दोनों स्तरों पर समाधान शिविर का आयोजन दोनों दिन होगा। जिला स्तरीय समाधान शिविर लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में तथा उपमंडल स्तर के समाधान शिविर बावल व कोसली एसडीएम कार्यालय परिसर में आयोजित होंगे।
कार्यवाहक डीसी अनुपमा अंजलि ने कहा कि समाधान शिविरों का मुख्य उद्देश्य है जनता और प्रशासन के बीच सीधा संवाद स्थापित करना, ताकि समस्याओं को समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से सुलझाया जा सके। इन शिविरों के माध्यम से नागरिकों को अपनी शिकायतों के समाधान के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते बल्कि वे एक ही स्थान पर अधिकारियों से सीधे संवाद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के मार्गदर्शन में चल रही इस पहल को जनता का भी भरपूर सहयोग और सराहना मिल रही है। समय पर समाधान, समर्पित अधिकारी और आमजन की भागीदारी के साथ यह शिविर आज गुड गवर्नेंस का सशक्त उदाहरण बनकर उभरे हैं।
सोमवार को लगे समाधान शिविर में आई कार्यवाहक डीसी अनुपमा अंजलि ने डीएमसी राहुल मोदी, सीटीएम प्रीति रावत , डीएसपी जोगेंद्र शर्मा सहित अन्य सम्बंधित अधिकारियों की मौजूदगी में शिकायत सुनते हुए समाधान करते हुए लोगों को राहत पहुंचाई गई।कार्यवाहक डीसी ने कहा कि मुख्यालय स्तर पर समाधान प्रकोष्ठ स्थापित की गई है जहां समाधान शिविर की शिकायतों की मॉनिटरिंग की जा रही है। जिला स्तर पर भी प्रत्येक हफ्ते समाधान शिविर की शिकायतों की मॉनिटरिंग की जा रही है। जिन शिकायतों का त्वरित समाधान संभव होता है उनका ऑन द स्पॉट ही समाधान करते हुए नागरिकों को राहत प्रदान की जाती है व जो समस्याएं पॉलिसी निर्माण से संबंधित हैं उन्हें मुख्यालय में भेजा जाता है ताकि उनका समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं।
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