रेवाड़ी, 2 जनवरी। उपायुक्त अभिषेक मीणा ने गुरुवार को बावल स्थित ओपन होम शैल्टर, रेवाड़ी में बाल देखरेख संस्थान आस्था कुंज (चिल्ड्रन होम), वृद्धाश्रम तथा वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण किया।
उन्होंने इन संस्थानों में प्रदान की जा रही सुविधाओं की जानकारी ली और इनके विस्तार की दिशा में निर्देश दिए। उन्होंने इन संस्थानों में रह रहे वृद्धजनों से प्रतिक्रियाएं ली और अधिकारियों को नियमित रूप से उनके लिए स्वास्थ्य जांच कैंप लगाने की हिदायत दी। बाल गृह की साफ-सफाई व्यवस्था, लाईब्रेरी, रसोई, कमरों, प्ले रूम इत्यादि के निरीक्षण के दौरान उन्होंने संस्थानों में रह रहे बच्चों से भी सुविधाओं के बारे में प्रतिक्रिया ली और बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ व्यवसायिक प्रशिक्षण लेने और खेलों के क्षेत्र में भी आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए कि वह संस्थान में बच्चों को घर जैसा वातावरण उपलब्ध करवाएं। साथ ही यहां रह रहे भटके हुए बच्चों को उनके अभिभावकों से मिलाने की दिशा में हर संभव प्रयास करें। अभी तक कई बच्चों को उनके अभिभावकों से मिलाने में सफलता मिली है। वन स्टॉप सेंटर के निरीक्षण के दौरान उन्होंने नियमित रूप से आने वाली फोन कॉल के लिए लगाए गए रजिस्टर को जांचा। वन स्टॉप सेंटर के लिए उपायुक्त ने अन्य लोकेशन चिन्हित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि यहां पर विभिन्न मामलों की पीड़ित महिलाओं के लिए निर्धारित व्यवस्थाएं दुरुस्त हो।
निरीक्षण के दौरान जिला बाल संरक्षण अधिकारी दीपिका यादव, डीपीओ शालू यादव, सीएमओ सुरेंद्र यादव, सीडब्ल्यूसी सदस्य अमरजीत, डीसीडब्ल्यू वीरेंद्र यादव, आदि उपस्थित थे।
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