भाजपा द्वारा रेवाड़ी के बाल भवन में जिलाध्यक्ष प्रीतम चौहान की अध्यक्षता में आपातकाल को काला दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा, मनीष ग्रोवर ने शिरकत की। इस मौके पर रामबिलास शर्मा ने कहा कि 25 जून 1975 लोकतंत्र का काला दिवस है जिसे कभी भूला नहीं जा सकता है, क्योंकि इसमें आम आदमी की आवाज को दबा दिया गया था। उन्होंने कहा कि अहंकार में डूबी निरंकुश कांग्रेस सरकार ने एक ही परिवार को सत्ता सुख देने के लिए 21 महीनों तक देश में नागरिक अधिकार निलंबित कर दिए थे। मीडिया पर सेंसरशिप लगा दी थी, संविधान में बदलाव कर न्यायालय तक के हाथ बांध दिए थे। पूर्व मंत्री ने कहा कि आपातकाल के खिलाफ संसद से सड़क तक आंदोलन करने वाले असंख्य सत्याग्रहियों, समाजसेवियों, श्रमिकों, किसानों, युवाओं व महिलाओं के संघर्ष को आज नमन करने का दिन है। कांग्रेस ने कभी भी लोकतंत्र का सम्मान नहीं किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि आज भारत के लोकतंत्र में एक काला अध्याय लिखे जाने के 50 साल पूरे हो गए हैं। आपातकाल एक कलंक था, एक घिनौनी कहानी थी जब देश को जेल में बदल दिया गया था, स्वतंत्रता पर हमला किया गया था, प्रेस को बेड़ियों में जकड़ दिया गया था और पवित्र संविधान की अवहेलना की गई थी। पूर्व पर्यटन विभाग चैयरमैन अरविंद यादव ने कहा कि उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने खुद को सत्ता का सर्वेसर्वा बनाने के लिए देश पर आपातकाल थोपा। जिसके कारण लोकतंत्र की हत्या हुई।
भाजपा जिलाध्यक्ष प्रीतम चौहान ने कहा की 25 जून को ही भारतीय इतिहास के सर्वाधिक विवादास्पद का ऐलान किया गया था। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाधी की सलाह पर राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने 25 जून 1975 को आपातकाल की घोषणा की थी।
इस दौरान रामविलास शर्मा को लोकतंत्र सेनानी होने के नाते सम्मानित भी किया गया इसके अतिरिक्त ओमप्रकाश, राजपाल, सुनील ग्रोवर, बुद्धदेव यादव एडवोकेट, लक्ष्मी नारायण, रमेश चुग, पूरनचंद, रामरतन एवं कुलदीप कोहली को सम्मानित किया गया।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें