Bounsi News: जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद भी नहीं सुधरी नगर पंचायत की विद्युत व्यवस्था

ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। मंदार महोत्सव सह राजकीय बौंसी मेला 2024 के आगमन में महज 6 दिन शेष रह गए हैं। जिलाधिकारी सहित पदाधिकारियों की आवाजाही लगातार मंदार एवं मेला परिसर हो रही है। प्राधिकारियों को जिलाधिकारी के द्वारा कई दिशा निर्देश भी दिए जा रहे हैं। बावजूद इसके जिलाधिकारी के निर्देश का विद्युत विभाग पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। मालूम हो कि मंदार महोत्सव सह राजकीय बौंसी मेला 2024 को लेकर जिलाधिकारी के द्वारा मेला परिसर में शनिवार को कृषि प्रदर्शनी समीप बने मंच पर बैठक कर मेले में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई थी और आदेश दिया गया था की 10 जनवरी तक सभी कार्य पूरे कर लिए जाए। इसी कड़ी में विद्युत विभाग के पदाधिकारी को भी आदेश दिया गया था कि, विद्युत व्यवस्था को भी दुरुस्त कर लिया जाए। लेकिन विद्युत 


विभाग के पदाधिकारी पर जिलाधिकारी के आदेश का कोई असर नहीं दिखा। घंटे तक बिजली कटौती से नगर पंचायत सहित प्रखंड क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक के उपभोक्ता परेशान हैं। कभी मेंटेनेंस के नाम पर बिजली काटी जाती है तो कभी 33 केवीए फाल्ट के नाम पर बिजली काटी जाती है। स्थानीय उपभोक्ताओं का कहना है कि, जब बिजली बिल हम लोग समय पर जमा करते हैं तो हमें बिजली सही ढंग से और सुचारू रूप से क्यों नहीं मिलती है। जिसको लेकर उपभोक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। हालांकि जब विद्युत विभाग के कनीय अभियंता राहुल कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 33 केवीए के इंसुलेटर में फाल्ट होने के कारण विद्युत व्यवस्था नगर पंचायत सहित प्रखंड क्षेत्र में चरमरा गई है। हालांकि  विद्युत विभाग के कर्मी इसको दुरुस्त करने में लगे हैं। लेकिन वरीय पदाधिकारी का इस ओर ध्यान नहीं है। अब ऐसे में मंदार महोत्सव काफी निकट है और नगर पंचायत सहित प्रखंड क्षेत्र में विद्युत की ऐसी दयनीय स्थिति विचारणीय तथ्य बन गई है।

कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।

Share on Google Plus

Editor - कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बाँका,(बिहार)

ग्राम समाचार से आप सीधे जुड़ सकते हैं-
Whatsaap Number -8800256688
E-mail - gramsamachar@gmail.com

* ग्राम समाचार से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

* ग्राम समाचार के "खबर से असर तक" के राष्ट्र निर्माण अभियान में सहयोग करें। ग्राम समाचार एक गैर-लाभकारी संगठन है, हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉरपोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए आर्थिक मदद करें।
- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें