Rewari News : बाबू बालमुकुंद गुप्त की 116वीं पुण्यतिथि पर स्मृति समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया

रेवाड़ी में बाबू बालमुकुंद गुप्त की 116वीं पुण्यतिथि पर स्मृति समारोह का आयोजन। बाल भवन में आयोजित स्मृति समारोह कार्यक्रम में पत्रकारों और साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।



रेवाड़ी के गांव गुड़ियानी में जन्मे पत्रकार एवं साहित्यकार बाबू बालमुकुंद गुप्त की 116वीं पुण्यतिथि पर बाल भवन में स्मृति समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हिंदी साहित्य एवं पत्रकारिता में यशस्वी साहित्यकार एवं मूर्धन्य पत्रकार बाबू बालमुकुंद गुप्त के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। वे राष्ट्रीयता के अग्रदूत तथा नवजागरण के पुरोधा थे, जिसके चलते कहा जा सकता है कि उनकी जन्मस्थली ऐतिहासिक ग्राम गुड़ियानी किसी साहित्यिक तीर्थ से कम नहीं है। ये विचार हरियाणा साहित्य अकादमी के पूर्व निदेशक तथा वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.चंद्र त्रिखा ने आज बाल भवन में व्यक्त किए। 



वे यहां हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी तथा बाबू बालमुकुंद गुप्त पत्रकारिता एवं साहित्य संरक्षण परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित बाबू बालमुकुंद स्मृति समारोह में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। कोसली के विधायक लक्ष्मण सिंह यादव के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस समारोह की अध्यक्षता परिषद् के संरक्षक नरेश चौहान 'राष्ट्रपूत' ने की तथा कोलकाता से पधारे गुप्त जी के प्रपौत्र बिमल गुप्त  ने स्वागताध्यक्ष की भूमिका निभाई। उपमंडल अधिकारी (ना.) होशियार सिंह, व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन बसंत लोहिया तथा बोर्ड सदस्य राकेश गर्ग  विशिष्ट अतिथि रहे। विचार गोष्ठी, साहित्यकार सम्मान तथा पुस्तक लोकार्पण समारोह के मुख्य आकर्षण रहे।



समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए कोसली के विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार गुड़ियानी स्थित गुप्त की हवेली में ई-लाइब्रेरी, संग्रहालय तथा वाचनालय स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसकी स्थापना के बाद गुप्त जी की जन्मस्थली गांव गुड़ियानी तथा उनकी हवेली राष्ट्रीय मानचित्र पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाएगी। अध्यक्ष संबोधन में श्री राष्ट्रपूत ने गुप्त जी योगदान पर बहुआयामी शोध कार्यों पर बल दिया।इस अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी में बोलते हुए अकादमी के महाकवि सूर सम्मान से अलंकृत साहित्यकार डॉ. संतराम देशवाल, हिंदी ग़ज़लकार विपिन सुनेजा तथा वरिष्ठ रचनाकार प्रो. रमेशचंद्र शर्मा ने उनके सृजन के उदाहरण देते हुए उन्हें कुशल संपादक, निर्भीक पत्रकार, ओजस्वी कवि, सिद्धहस्त लेखक, तटस्थ समीक्षक, सतर्क समालोचक, चिंतनशील निबंधकार तथा चुटीला व्यंग्यकार बताया।



समारोह में उत्कृष्ट सृजनशीलता हेतु समशेर कोसलिया 'नरेश' (स्याणा, महेंद्रगढ़), डॉ. राजकला देशवाल (सोनीपत), रौनक हरियाणवी (बिसोहा रेवाड़ी) तथा अहमना मनोहर (खड़गवास, रेवाड़ी) को बाबू बालमुकुंद गुप्त पुरस्कार तथा बिमल गुप्त व हेमंत सिंहल को साहित्यसेवी सम्मान से अलंकृत किया गया। लोकार्पण पक्ष में परिषद् परिचायिका, साहित्यकार सत्यवीर नाहड़िया का अहीरवाटी कुण्डलिया संग्रह 'आयो तात्तो भादवो' तथा दोहाकार राजेश भुलक्कड़ की 'नव भुलक्कड़ सतसई' शामिल रही। समारोह में करीब दो दर्जन उन शिक्षण संस्थानों के मुखियाओं व शिक्षकों को पुरस्कृत किया गया, जिन्होंने हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत गुप्त जी पर केंद्रित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया।
परिषद् की ओर से अध्यक्ष ऋषि सिंहल ने शाब्दिक अभिनंदन तथा महासचिव डॉ प्रवीण खुराना ने सभी का आभार व्यक्त किया।


साहित्यकार सत्यवीर नाहड़िया के संचालन में आयोजित इस समारोह में परिषद की ओर से कृष्ण भगवान गोयल, आलोक सिंहल, श्याम बाबू गुप्ता, श्रुति शर्मा, मुकुट अग्रवाल, डॉ. कविता गुप्ता, आचार्य राम तीर्थ अरुण गुप्ता, त्रिभुवन भटनागर ने विभिन्न प्रभार संभाले।



इस अवसर पर करीब दो दर्जन सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों तथा कई जिलों से साहित्यकारों ने भाग लिया, जिनमें राजेंद्र यादव 'आजाद' दौसा, राजपाल यादव 'राज' गुरुग्राम, डॉ विजेंद्र कुमार, पंचकूला,अशोक योगी, नारनौल, प्रो. रमेश सिद्धार्थ, आलोक भांडोरिया, हर्ष प्रधान, तेजभान कुकरेजा,नाहर सिंह,दलबीर 'फूल', सतेंद्र प्रसाद टपूकड़ा, संदीप गोयल, युवराज, अजय यादव, दर्शन शर्मा, सुधीर भार्गव बिजेश यादव, ईश्वर सिंह, डॉ. एलएन शर्मा, ओम शंकर आदि के नाम उल्लेखनीय हैं। 
Share on Google Plus

Editor - राजेश शर्मा : रेवाड़ी (हरि.) - 9813263002

ग्राम समाचार से आप सीधे जुड़ सकते हैं-
Whatsaap Number -8800256688
E-mail - gramsamachar@gmail.com

* ग्राम समाचार से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

* ग्राम समाचार के "खबर से असर तक" के राष्ट्र निर्माण अभियान में सहयोग करें। ग्राम समाचार एक गैर-लाभकारी संगठन है, हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉरपोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए आर्थिक मदद करें।
- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें