ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। बिहार सरकार के सात निश्चय योजना अन्तर्गत स्थापित तकनीकी कौशल विकास केंद्र, एंजेल कंप्यूटर एजुकेशन सेंटर दुमका रोड बौंसी एवं कुशल युवा कार्यक्रम केंद्र थाना काॅलनी गली नं०1 के प्रांगण में शुक्रवार को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 132 वीं जयंती मनाई गई। इस मौके पर संस्थान के डायरेक्टर कुमार चंदन एवं छात्र-छात्राओं के द्वारा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। मौके पर संस्थान के डायरेक्टर ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि, डॉ. भीमराव अम्बेडकर को हम देश के संविधान के पितामाह के रूप में याद करते है। उनका जन्म 14 अप्रैल, 1891 मध्यप्रदेश के महू जिले में हुआ
था। इनके पिता रामजी मोलाजी और माता भीमाबाई सकपाल थी। बचपन में ही इन्होने जातिवाद का दंश झेला था जिसका इनके जीवन पर गहरा असर रहा था। इसके बाद इन्होने जीवन भर जातिवाद से लड़ने और दलितों के उत्थान का बीड़ा उठा लिया था। इनकी की प्रारंभिक शिक्षा गाँव में जबकि उच्च शिक्षा मुंबई में पूरी हुयी है। बचपन से ही होशियार रहने के कारण इन्हे उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने के लिए स्कालरशिप भी मिली थी जहाँ से शिक्षा पूरी करने के पश्चात ये देश वापस लौट गए। डॉ. अम्बेडकर द्वारा दिखाई मार्ग पर चले ताकि देश में अशिक्षा, निर्धनता, और छुआछूत जैसी समस्याओं को खत्म किया जा सके। यही हमारी बाबा साहेब की सच्ची श्रद्धाजलि होगी। इस अवसर पर शिक्षक सुमित सागर सहित भारी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थे।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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