ग्राम समाचार, रांची। झारखंड की राजधानी रांची के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में एक साथ चार बच्चों की किलकारी गूंजी है। बीते बुधवार को इन बच्चों का जन्म हुआ है।
चार बच्चों के जन्म से पूरे अस्पताल में जैसे खुशी की लहर दौड़ गई है। हर कोई बच्चों की एक झलक पाना चाहता है। इन बच्चों को जन्म देने वाली मां का नाम ममता देवी है, जो झारखंड में बोकारो के गोपो की रहने वाली है। बच्चों के पिता दामर लाल महतो एक साथ चारों बच्चों को पाकर फूले नहीं समा रहे है। चारों बच्चे औऱ मां बिल्कुल स्वस्थ हैं।
बच्चे और मां बिल्कुल स्वस्थ हैं
जन्म के समय पहले बच्चे का वजन 2 किलो , दूसरा बच्चा 2 किलो, तीसरे और चौथे का वजन 1.6 किलो और 1.5 किलो रहा। ममता ने करीब साढ़े तीन साल पहले भी एक बच्चे को जन्म दिया था। उस समय भी आवीएफ की मदद से ही ममता ने गर्भ धारण किया था। ममता बोकारो की रहने वाली हैं।
जो जानकारी है उसके मुताबिक रांची के बूटीमोड़ स्थित इंदिरा आवीएफ में उसने IVF के जरिए कंसीव किया थी। वह गर्भावस्था की शुरुआत से ही रांची के डॉक्टरों की देखरेख में थीं। रिम्स में तो वह पिछले एक माह से भर्ती हैं जहां डॉक्टरों के द्वारा उनका बहुत अच्छे से ख्याल रखा जा रहा था। अब डिलिवरी के बाद भी उनको पूरी सेवा मिल रही है। चार बच्चों के जन्म पर ममता काफी खुश हैं। चार बच्चों में 3 लड़के हैं जबकि 1 लड़की है। गर्भधारण के शुरूआती समय में ही पता चल गया था कि 4 बच्चे गर्भ में पल रहे हैं। ममता को इसकी जानकारी हुई तो वह खुश हुईं वह बच्चों को इस दुनिया में लाने के लिए तैयार हो गईं थी। फिलहाल जच्चा और चारो बच्चा बिल्कुल स्वस्थ हैं। अब तो उन्हें धीरे धीरे आईसीयू से निकालकर धीरे-धीरे मां की तरफ शिफ्ट किया जा रहा है।
यह सब हुआ कैसे ?
मामले की जानकारी देते हुए रिम्स की डॉक्टर बताती है कि, यह विज्ञान का चमत्कार है। डॉक्टर ने बताया कि, बोकारो के गोपो की निवासी 31 साल की ममता देवी ने आईवीएफ (IVF)यानि इल विट्रो फट्रटिलाइजेशन की मदद से गर्भ धारण किया था।
ममता देवी 12 दिसंबर से ही रांची के अस्पताल रिम्स की OBST & GYANE डिपार्टमेंट जिसकी एचओडी डॉ सरिता तिर्की हैं उनकी देखरेख ममता ने अपना इलाज जारी रखा। ममता पिछले 1 महीने से रिम्स में डॉक्टर शशी बाला सिंह की यूनिट में भर्ती थीं।
डॉ. ने कहा - क्योंकि यह 4 बच्चों का मामला था, तो डिलीवरी काफी हाई रिस्की होती हैं इसलिए महीने भर पहले ही एडमिट कर लिया गया था। इस एक माह में डॉक्टर शशी बाला सिंह की यूनिट के सभी डॉक्टर गर्भवती महिला ममता एवं उसके गर्भ में पल रहे चार बच्चों की देखरेख में लगे थे। 15 मार्च 2023 को डॉ किरण त्रिवेदी की टीम ने बच्चे का सुरक्षित प्रसव कराया। जिसमें खुद डॉक्टर किरण त्रिवेदी, डॉक्टर बूलू प्रिया, डॉक्टर शबनम, डॉक्टर विनीता शामिल थीं। चारों बच्चे बेहद प्यारे और स्वस्थ हैं।
मामले पर रिम्स की डॉक्टर ने ग्राम समाचार से बात करते हुए बताया कि इस तरह 4 बच्चों का होना अपने आप में आश्चर्य की बात है। जन्म लेने वाले बच्चों में 3 लड़का और 1 लड़की बच्चे हैं।
दूसरी ओर, दंपति की गोद इस कदर भरी कि मां के साथ बच्चों के पिता दामरलाल महतो डॉक्टरों के साथ साथ ईश्वर का शुक्रिया अदा करते नहीं थक रहे हैं।
गर्भवती महिला का प्रसव कराने में डॉ किरण त्रिवेदी, डॉ ब्लू प्रिया, डॉ शबनम, डॉ विनीता ने अपनी अहम भूमिका निभाई। फिलहाल मां और बच्चे सभी सुरक्षित और डॉक्टर की निगरानी में हैं. दो बच्चों का वजन दो किलो, जबकि तीसरे का 1.6 किलो और चौथे का 1.5 किलो है।
- ग्राम समाचार ब्यूरो रिपोर्ट, रांची।
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