Bounsi News: कोरोना के कारण क्वॉरेंटाइन हुए मंदार महोत्सव सह बौंसी मेला का इस वर्ष किया जाएगा भव्य आयोजन

ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। मकर सक्रांति के शुभ अवसर पर आयोजित होने वाला बिहार का सबसे बड़ा व राजकीय मेला बौंसी मेला मंदार महोत्सव का आयोजन इस बार काफी भव्य तरीके से होगा। जिसको लेकर जिला प्रशासन के द्वारा कवायद तेज कर दी गई है। मालूम हो कि 2 वर्ष कोरोना काल की वजह से बौंसी मेला का आयोजन नहीं हो पाया था। परंतु इस वर्ष 2023 में मेला का भव्य आयोजन करने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। जिला मुख्यालय में मेला प्रबंधन समिति के अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई है। मालूम हो कि 2 साल मेला का आयोजन तो नहीं हुआ लेकिन मेला ग्राउंड में मंदार महोत्सव सांस्कृतिक मंच का निर्माण करीब एक करोड़ की लागत से किया गया है। नवनिर्मित विशाल मंच में जहां कलाकारों के लिए प्रदर्शन करने का बड़ा रैंप मिलेगा। वहीं सामने दर्शकों के बैठने के लिए पूरे मैदान में पेवर ब्लॉक लगाए गए हैं। जो काफी आधुनिकता प्रदान कर रहा है। मंच के दोनों तरफ कलाकारों के लिए ग्रीन रूम बनाए गए हैं। साथ ही अटैच बाथरूम बनाए गए हैं। इसमें मेला का स्वरूप इस बार बदला बदला दिखेगा। इतना ही नहीं मंदार में भी आर्ट एंड क्राफ्ट विलेज तैयार है। जहां मेले में इस बार जिले से आए हुए विभिन्न कलाकार अपनी कला की प्रदर्शनी लगायेंगे। करीब 5 करोड़ की लागत से बने आर्ट एंड क्राफ्ट विलेज बनकर तैयार है और विभाग को हैंड ओवर किया जा रहा है। आर्ट एंड क्राफ्ट विलेज में एक तरफ जहां पांच वर्कशॉप बनाए गए हैं। वहीं पर प्रदर्शनी लगाने के लिए 10 शोरूम भी बनाए गए हैं। इसके अलावा मंदार आने वाले 




सभी तीर्थ यात्रियों को इस वर्ष पहली बार मेला में सपा धर्म मंदिर के पास बना भव्य सेल्टर एवं शौचालय,यात्री सेड सहित अन्य सुविधाएं मिलेंगी। बौंसी मेले का आयोजन अब राजकीय मेले के बतौर किया जा रहा है। मेला का आयोजन भगवान मधुसूदन के शोभायात्रा से जुड़ा हुआ है। मालूम हो कि 1939 में मेले की सैरात होने लगी। 1964 से सैराट की राशि का 60% हिस्सा भगवान मधुसूदन मंदिर को प्रबंधन के लिए दिया जाने लगा। जो 7 दशक तक जारी रहा। परंतु विगत कुछ सालों से मेले की तरफ से मिलने वाले भाग को राजस्व विभाग ने बंद कर दिया है। वहीं दूसरी ओर बौंसी मेला को लेकर मंदार क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे अंग क्षेत्र के लोग पूरे साल आशान्वित रहते हैं। इसके आयोजन का सबसे प्रमुख आकर्षण यहां लगने वाली कृषि प्रदर्शनी है और इसके स्टॉल हैं मुनेश्वर कृषि प्रदर्शनी का निर्माण तत्कालीन राजस्व मंत्री स्पा बांका विधायक रामनारायण मंडल के प्रयास से करीब डेढ़ करोड़ की लागत से कराया गया था लेकिन इसके दक्षिण में एक भाग अब तक निर्माण नहीं हो पाया है जिससे कृषि प्रदर्शनी का सौंदर्य थोड़ा प्रभावित होता है। बताते चलें कि मेला प्रारंभ होने में 60 दिन का समय शेष रह गया है। ऐसे में पर्यटन विभाग कृषि विभाग एवं जिला प्रशासन के द्वारा इसकी तैयारी आरंभ कर देनी चाहिए थी। परंतु अब तक कोई कार्य नहीं प्रारंभ किया गया है। मुनेश्वर की प्रदर्शनी में फूल पौधे की कृषि विभाग द्वारा जारी लगाई जाती है। विभिन्न फूल एवं पौधों की नर्सरी वाटिका तैयार की जाती है। लेकिन नवंबर माह का आधा माह बीत जाने के बाद भी अब तक तैयारी शुरू नहीं की गई है।


क्या कहते हैं डीएओ

इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि, इस बार प्रदर्शनी में बाहर से पेड़ पौधों को लेकर प्रदर्शन में लगाया जाएगा। सब्जियों की तैयारियां पूर्व से नहीं बनाई जाएंगी।

मेला परिसर में जलजमाव एवं गंदगी का पड़ा है अंबार

मेला परिसर में गज्जर गांव के समीप बनाई गई पानी टंकी का ओवरफ्लो पानी मेला की जमीन पर गिर रहा है। इस वजह से यहां पर जलजमाव व कीचड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। बौंसी मेला के पूर्व ठेकेदार शंकर सिंह द्वारा कई बार इस मामले को लेकर अधिकारियों को अवगत कराया गया है। लेकिन अब तक जलजमाव की समस्या से महिला को निजात नहीं मिल पाई है। ऐसे में मेला मैदान में खेल तमाशा झूला लगाने वाले और दुकानदारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

कुमार चंदन,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।

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Editor - कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बाँका,(बिहार)

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