ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। बौसी प्रखंड स्थित महर्षि मेंही धाम मनियारपुर आश्रम में आयोजित संतमत सत्संग का 111 वां वार्षिक महाधिवेशन के दूसरे दिन भी श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पाड़ा। दूसरे दिन भी सुबह के कार्यक्रम में स्तुति पाठ के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इसके उपरांत प्रवचन का कार्यक्रम किया गया। जिसके बाद आरती का कार्यक्रम किया गया। आश्रम परिसर के बाहर बनाए गए विशाल मंच से विभिन्न साधु-संतों के मुखारविंद से निकले प्रवचन को सुनकर संत के अनुयाई आह्लादित हो उठे। मालूम हो कि, संत शाही स्वामी जी महाराज की जन्मशती वर्ष के उपलक्ष में यह कार्यक्रम किया जा रहा है। इस महान ज्ञान यज्ञ में आचार्य चतुरानंद जी महाराज के द्वारा संतमत अनुयायियों को कई संदेश दिए जा रहे हैं। उन्होंने अपने प्रवचन में कहा कि, सभी ग्रंथों का सार वेद है। साथ ही कहा कि यह महा विराट आयोजन एकमात्र संतों का ज्ञान सुनने के उद्देश्य से किया गया है। क्योंकि इसके अभाव में देश में कुछ बाधाएं आती हैं। वर्तमान परिवेश में संतों के ज्ञान को सुनना
समझना और उसे अपने जीवन में आत्मसात करना महत्वपूर्ण है। अखिल भारतीय संतमत सत्संग के 111 वें वार्षिक महाधिवेशन के दूसरे दिन भी करीब डेढ़ लाख संतमत के अनुयायियों को निःशुल्क भोजन कराया गया। मालूम हो कि आश्रम परिसर में तीन चार जगहों पर रसोई का इंतजाम किया गया है। गौशाला के समीप बने रसोईघर की व्यवस्था सहरसा के संत स्वामी अनुभवानंद के जिम्में है। गौशाला समिति के रसोईघर में भागलपुर संत नगर के कारू दास के द्वारा रसोई की कमान संभाली गई है। उनके द्वारा बताया गया कि 1970 से 1993 तक भागलपुर कुप्पाघाट में उनके द्वारा शाही स्वामी जी महाराज का भोजन बनाने का कार्य किया जाता था। गौशाला में आधे दर्जन चूल्हे बनाए गए हैं। इसमें एक बार में एक चूहे पर करीब 4 कुंटल चावल और 5 क्विंटल से ज्यादा सब्जियां और दाल बनाई जाती है। इसके लिए एक सौ रसोइयों के साथ-साथ स्वयंसेवक की टीम लगाई गई है। महर्षि मेंही धाम मनियारपुर आश्रम परिसर में आयोजित तीन दिवसीय वार्षिक महाधिवेशन के अवसर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बांका पुलिस अधीक्षक डॉक्टर सत्य प्रकाश के निर्देशानुसार बंधुआकुरावा थानाध्यक्ष मंटू कुमार के द्वारा सतत निगरानी का कार्य पुलिसकर्मियों से कराया जा रहा है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से महिला और पुरुष कांस्टेबल को भारी संख्या में तैनात कराया गया है। दूसरी ओर अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा के द्वारा भी स्वयंसेवकों की तैनाती कराई गई है। जिसमें स्थानीय 200 ग्रामीणों की एक कमेटी बनाई गई है। जिसके द्वारा ट्रैफिक कंट्रोल, पानी की व्यवस्था, दुकानों की साफ सफाई के अलावा वाहनों को व्यवस्थित तरीके से लगवाने की व्यवस्था और पार्किंग की व्यवस्था की गई है। आश्रम परिसर के मुख्य द्वार से अनाधिकृत व्यक्तियों को वाहन से प्रवेश करना वर्जित कर दिया गया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि कार्यक्रम स्थल व आसपास के क्षेत्रों में असामाजिक तत्व और उपद्रवियों पर नजर रखी जा रही है।
कुमार चंदन,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।
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