रेवाड़ी॥ गुमनाम रह गए आजाद हिद फौज सैनिकों का रिकॉर्ड राष्ट्रीय अभिलेखागार कार्यालय से ढुढकर स्वतंत्रता सेनानी दर्जा दिलवाने के लिए प्रयास रत सामाजिक कार्यकर्ता स्वतंत्रता सेनानी परिवार सदस्य श्रीभगवान फौगाट द्वारा बताया गया है कि ऐसे सैनिकों का पता द्वितीय विश्व युद्ध समय का मिलता है जिसमें जिला रोहतक, हिसार, अम्बाला, गुडगाँव, जिन्द स्टेट, नाभा स्टेट, पटियाला स्टेट, पजाबं स्टेट लिखा होता है इसलिए गुमनाम स्वतंत्रता सेनानी होने कि पहचान करना भी काफी मुश्किल रहता है और भारतीय डाक से पत्र लिखकर परिवारों तक समाचार पहुँचाना भी मुश्किल रहता है॥
राज्य सरकार द्वारा ऐसे सैनिकों का रिकॉर्ड मिलने पर सभी जिलों के उपायुक्तों को पुनः बार बार फिर से पत्र लिखकर आगामी कार्यवाही करने के लिए सिफारिश पत्र लिखें जा रहे हैं और यह समाचार छ सालों से समाचारों में दिया जाता रहा है और केन्द्रीय सरकार द्वारा ऐसे सैनिकों का रिकॉर्ड अनुसार आजादी के इस साल अर्मतमहोतसव में जिवनी तैयार करने का दायित्व चौधरी बंसीलाल युनिवर्सिटी के इतिहास विभाग अधयक्ष को दिया गया है जिनको ऐसे गुमनाम सैनिकों का रिकॉर्ड दिया गया है॥
राज्य के कुछ सामाजिक सगठनो द्वारा गुमनाम आजाद हिद फौज सैनिकों का रिकॉर्ड ढुढने के लिए फौगाट को सार्वजनिक कार्यक्रमों में सममान भी दिया जा रहा है एवं ऐसे सगठनो कि मदद से काफी सैनिकों के घर परिवारों तक रिकॉर्ड भी पहुँचाया गया है लेकिन ऐसे सैनिकों को अब तक स्वतंत्रता सेनानी दर्जा देने के लिए केस फाईल राज्य सरकार को नहीं किया गया है और ऐसे सैनिकों कि जिवनी तैयार करना भी आसान नहीं है कयोंकि ऐसे काफी सैनिकों को गाँव के गौरव पटटौ व राज्य समारको पर लिखें नाम अनुसार अग्रेजी सेना शहीद हुए सैनिक दिखाया गया है ॥
श्रीभगवान फौगाट द्वारा ऐसे सैनिकों के रिकॉर्ड अनुसार स्वतंत्रता सेनानी दर्जा दिलवाने के लिए अनेकों बार राज्य के सक्षम प्रशासन के अधिकारियों और सक्षम राजनेताओं और विपक्ष के राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के सामने पक्ष रखा गया है लेकिन आज तक काफी ऐसे सैनिकों का रिकॉर्ड भी परिवारों तक नहीं पहुंच पाया है॥
फौगाट द्वारा बताया गया है कि अग्रेजी सेनाओं द्वारा दिए गए रिकॉर्ड से सभी आजाद हिद फौज सैनिकों को स्वतंत्रता सेनानी होने कि पहचान करना भी सरकार के लिए आसान नहीं था लेकिन अब ऐसे सैनिकों का रिकॉर्ड भी केन्द्रीय सरकार द्वारा ही सार्वजनिक किया है एवं यह रिकॉर्ड अधययन एक दशक से किया जा रहा है लेकिन सरकार इसमें सहयोग करे तो वह काफी गुमनाम रह गए सैनिकों का रिकॉर्ड ढुढने के लिए नि शुल्क सेवा भाव से काम कर सकते हैं सरकार केवल द्वितीय विश्व युद्ध अग्रेजी सेना शहीद हुए सैनिकों कि युनिट आर्मी नमबर नाम पता देकर मदद कर सकती है॥
सरकार गुमनाम रह गए आजाद हिद फौज सैनिकों का रिकॉर्ड पाया गया है कि पहचान नाम पता सार्वजनिक करे तो जल्द ही रिकॉर्ड परिवारों तक पहुँच सकता है और जिला प्रशासन के एम ए ब्राच स्वतंत्रता सेनानी मामलों को देखता है उनहोंने अब ऐसे सैनिकों के रिकॉर्ड फाईलों पर जमी धूल साफ कर परिवारों तक रिकॉर्ड देने के लिए सरकार विशेष रूप से पुनः आदेश जारी कर सकती है॥
प्रदेश के सभी जिलों के पत्रकार यह समाचार को सभी जिलों में भी पहुँचाकर ऐसे सैनिकों के परिवारों तक समाचार पहुँचाकर भी अतिमहत्वपूर्ण मदद कर सकते हैं ताकि आजादी के अर्मतमहोतसव साल में ऐसे सैनिकों के बारे में परिवारों तक इतिहास को पहुँचाना सभव रहे यह बहुत ही जरुरी है।श्रीभगवान फौगाट :: रेवाड़ी :: हरियाणा :: 9416882290.
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