ग्राम समाचार,चांदन,बांका। चान्दन प्रखंड क्षेत्र के चांदवारी पंचायत अंतर्गत मोहनडीह गांव के 151 एकड़ बंजर भूमि पर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु लेमन ग्रास एवं बागवानी की खेती के लिए रविवार को जमीन की स्थिति का रिपोर्ट बीडीओ राकेश कुमार एवं सीओ प्रशांत शांडिल्य के द्वारा जिला को भेजा गया था। जिसको लेकर मंगलवार 5 जूलाई को डीडीसी और जिला कृषि पदाधिकारी के संयुक्त में भूमि निरीक्षण किया गया। उन्होंने बताया की सरकार की महत्वाकांक्षी योजना होने के कारण लेमन ग्रास खेती के लिए सरकार भी किसानों को हर तरह से मदद करने के लिए तैयार हैं। जिसको लेकर सबसे पहले इस जमीन को समतलीकरण करके खेती योग्य जमीन को बनाते हुए किसानों को खेती के लिए सौंप देना है। जिससे किसानों को खेती करने में आसानी हो साथ-साथ इस जमीन पर बागवानी भी किया जाना है। खेती किसानी के जरिए
अतिरिक्त आमदनी लेने के लिए पारंपरिक फसलों के बजाए बागवानी फसलों की खेती का चलन बढ़ता जा रहा है। खासकर बात करें हर्बल खेती के बारे में तो यह किसानों के लिए कम लागत में मुनाफे का सौदा बनती जा रही है ऐसे ही एक औषधीय फसल है लेमन ग्रास की खेती, लेमन ग्रास खेती करने से किसानों को बंजर जमीन में भी बढ़िया उपज और आमदनी मिल जाती है। इसकी खेती का सबसे बड़ा लाभ यह है कि ना ज्यादा सिंचाई की जरूरत होती है और ना ही कीटनाशक दवाओं की। इसके अलावा पशु भी इस घास को नहीं खाते हैं, जिसके कारण खुले खेत में आसानी से इसे उगाया जा सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक सूखाग्रस्त या कम पानी वाले इलाकों में लेमन ग्रास की खेती कर किसान अच्छे मुनाफे कर सकते हैं। इस मौके पर किसान सलाहकार सुरेश यादव, सरपंच प्रतिनिधि शिव शंकर शर्मा, पूर्व सरपंच कारू शर्मा,पंच शंकर शर्मा, मनोज सिंह के अलावा दर्जनों प्रगतिशील किसान आदि मौजूद थे।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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