Rewari News : एक तरफ बच्चो को टेबलेट वितरण दूसरी तरफ पहले से 134-A के तहत शिक्षा ले रहे बच्चो को शिक्षा देने से इंकार

ग्राम समाचार न्यूज : सरकार द्वारा सरकारी स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चो को शिक्षा हेतु टेबलेट वितरण किया दूसरी तरफ एक निजी स्कूल ने गरीब परिवार का बच्चो को स्कूल से बाहर किया. 



आज कुछ अभिभावक व बच्चे कैलाश चंद एड्वोकेट के पास पहुचे ओर बताया कि उनके बच्चे पिछले 3 वर्षों से नियम 134-ए के तहत दिल्ली रोड स्थित एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ रहे है अब अचानक स्कूल ने ये कहते हुए बाहर निकाल दिया कि नियम 134-ए को समाप्त कर दिया है अब उन्हें फीस देकर पढ़ना पड़ेगा जब तक फीस नही आएगी तब तक उन्हें स्कूल में नही आने दिया जाएगा. 



बच्चो ओर उनके अभिभावकों की समस्या सुनकर कैलाश चंद एड्वोकेट ने उनकी समस्या समाधान के लिये शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी पंचकूला, उपायुक्त रेवाड़ी, जिला शिक्षा अधिकारियो को ईमेल से शिकायत भिजवाई ओर उपायुक्त कार्यालय रेवाड़ी में बच्चो सहित वे अधिकारियो से मिले जिस पर CTM रेवाड़ी ने खंड शिक्षा अधिकारी रेवाड़ी श्री पृथ्वी सिंह को बुलाया, उनके आने के बाद BEEO रेवाड़ी ने कहा कि इस बारे अभी सरकार के कोई निर्देश नही आये हैं, उसके बाद कैलाश चंद एड्वोकेट ने CTM को बताया कि BEEO ओर जिला शिक्षा विभाग आमजन को गुमराह कर रहे हैं उन्होंने CTM को वे आदेश दिखाए जो निदेशालय की ओर से प्रदेश के सभी जिला शिक्षा विभागों को भेजे हुए है ओर कैलाश चंद एड्वोकेट द्वारा शिक्षा सदन पंचकूला से ली गई RTI  में लिखा है पहले से शिक्षा ले रहे 134के बच्चो को की भी परेशानी नही होगी, उनकी शिक्षा पूरी होने तक उन्हें सुविधा मिलती रहेगी जिसके बाद CTM ने खण्ड शिक्षा अधिकारी को आदेश देते हुए कहा जल्द से जल्द बच्चो की शिक्षा जारी करवाये जाये CTM रेवाड़ी ने ये भी कहा कि कल से ही बच्चें स्कूल जाएंगे और शिक्षा जारी करेंगे, जिसके उपरांत बच्चो ओर उनके अभिभावकों ने कैलाश चंद एड्वोकेट का आभार प्रकट किया. 

Share on Google Plus

Editor - राजेश शर्मा : रेवाड़ी (हरि.) - 9813263002

ग्राम समाचार से आप सीधे जुड़ सकते हैं-
Whatsaap Number -8800256688
E-mail - gramsamachar@gmail.com

* ग्राम समाचार से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

* ग्राम समाचार के "खबर से असर तक" के राष्ट्र निर्माण अभियान में सहयोग करें। ग्राम समाचार एक गैर-लाभकारी संगठन है, हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉरपोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए आर्थिक मदद करें।
- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें