Bounsi News: सिकंदरपुर गांव में चल रहे सात दिवसीय भागवत कथा का विधिवत हुआ समापन, बाल कलाकारों को किया गया पुरस्कृत

ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। बौंसी प्रखंड के सिकंदरपुर गांव में चल रहे सात दिवसीय भागवत कथा का रविवार को विधिवत समापन हो गया। अंतिम दिन कथा वाचक अंजनी भूषण पाठक के द्वारा कृष्ण सुदामा मित्रता की कथा लोगों को सुनाई गई। कथा के माध्यम से कथा वाचक ने बताया कि मित्रता में जात-पात, ऊंच-नीच, अमीरी गरीबी नहीं देखी जाती है। मित्र धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं होता है। कथा में परीक्षित प्रसंग की भी चर्चा की गई। इस मौके पर कृष्ण सुदामा मिलन की भावपूर्ण झांकी से सबकी आंखें नम हो गई। अंतिम दिन 7 लोगों के द्वारा सामूहिक रूप से हवन कार्यक्रम किया गया। हवन कार्यक्रम में मुख्य रूप से पति-पत्नी सुनील ठाकुर, पूजा कुमारी, सर्वलाल ठाकुर, सरिता भारती के अलावा छेदी ठाकुर, सियाराम यादव, सुधीर मंडल, पप्पू मंडल, अरविंद भगत मौजूद थे। जबकि आयोजन समिति के द्वारा इस मौके पर महा भंडारे का 




भी आयोजन किया गया। आयोजन समिति से जुड़े सुनील ठाकुर ने बताया कि, भागवत में शामिल सभी बाल कलाकार जिन्होंने झांकी के माध्यम से धर्म और अध्यात्म की शिक्षा देने का काम किया। उन सभी को भी पुरस्कृत किया गया है। बाल कलाकारों की हौसला अफजाई के लिए ग्राम समाचार के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया और सभी बाल कलाकारों के उज्जवल भविष्य की कामना की गई। जबकि गाजे-बाजे के साथ भागवत कथा के कलश का विसर्जन पिपेश्वर नाथ स्थित शिवगंगा में किया गया। इस मौके पर समिति से जुड़े सियाराम यादव,छेदी ठाकुर,नीरज कुमार यादव, सुबोध कापरी, बजरंगी पंडा, कमलेश शर्मा, नीतीश यादव, अनिल कपरी, सुनील यादव, रोहित यादव, कामदेव कापरी, अनिल शर्मा, विष्णु देव चौधरी, पुलिस यादव, सुधीर मंडल, दयानंद कापरी, सोहित यादव, श्रीकांत कापरी, रवि कापरी,दिलीप कापरी, चंद्रशेखर सिंह सहित भारी संख्या में दर्जनों गांव के लोग उपस्थित थे। 

कुमार चंदन,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।

Share on Google Plus

Editor - कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बाँका,(बिहार)

ग्राम समाचार से आप सीधे जुड़ सकते हैं-
Whatsaap Number -8800256688
E-mail - gramsamachar@gmail.com

* ग्राम समाचार से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

* ग्राम समाचार के "खबर से असर तक" के राष्ट्र निर्माण अभियान में सहयोग करें। ग्राम समाचार एक गैर-लाभकारी संगठन है, हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉरपोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए आर्थिक मदद करें।
- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें