ग्राम समाचार न्यूज : रेवाड़ी : इंदिरा गाँधी विश्वविद्यालय, मीरपुर, रेवाड़ी के कुलपति प्रो. एस.के.गक्खड़ को विश्वविद्यालय में कुलपति के पद पर तीन साल का सन्तोषजनक कार्यकाल पूरा करने पर विश्वविद्यालय की तरफ से उनकी सेवानिवृति पर एक भावभीनी विदाई समारोह का आयोजन सरदार पटेल भवन के सेमिनार हॉल में किया गया। कार्यक्रम से पहले कुलपति महोदय ने वृक्षारोपण किया गया और कार्यक्रम के पश्चात एनएसएस के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। सर्वप्रथम शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रो. ममता कामरा ने उनके तीन साल के कार्यकाल के दौरान हुए कार्याें के बारें मेे बताते हुए कहा कि उन्होंने ऊर्जावान और सकारात्मक पहलुओं को अपनाते हुए कार्य किए है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने कार्यकाल में विभिन्न संस्थाओं के साथ किए गए समझौते ज्ञापन, नई प्रयोगशाओं का निर्माण, नये कोर्साें, शैक्षणिक व गैर-शैक्षणिक पदों की भर्ती, शहीदों के नाम चित्र आदि के बारें में बताया। उनके कार्यकाल के दौरान खेलों की उपलब्धियों के बारें जानकारी प्रदान करते हुए डॉ. सुरजीत सिंह डबास ने बताया कि वर्ष 2019-20 में 25 खेलों में विभिन्न प्रकार के खेलों में 4 पदक जिसमें 1 सिल्वर, 1 ब्रांज,1 खेलो इंडिया के लिए ब्रांज, वर्ष 2021-22 में 20 गेम्स में 12 पदक जिसमें 3 गोल्ड, 6 सिल्वर, 3 ब्रांज शामिल है। योग में एक विद्यार्थी विश्व योग चैम्पियनशीप, बुल्गारिया में भाग लेगा और एशियन योग चैम्पियशिप में गोल्ड मैडल प्राप्त किया है। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि उनसे पूर्व विश्वविद्यालय में खेलों की कोई सुविधा नही थी, परन्तु अब उनके प्रयासों से इन्डोर व आउटडोर स्टेडियम का निर्माण भविष्य में पूरा हो जाएगा। वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रो. तेज सिंह ने बताया ने उनके कार्यकाल में विद्यार्थियों के लिए बनाए गए पी.एचडी अध्यादेश हरियाणा राज्य की दूसरी विश्वविद्यालयों के लिए एक अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करता है। इसके अतिरिक्त अनेक पाठयक्रमों में बदलाव करवाए जैसे समाचार-पत्रों पर आाधारित करंट अफेयर्स, आत्म-अध्ययन,, सेमिनार आदि शामिल है। ये विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यह प्रयास उनका अकादमिक क्षेत्र में सराहनीय रहा है। प्रबन्धन विभागाध्यक्ष डॉ. रीतु बजाज ने बताया कि एक अध्यापक के शोध कुलपति प्रो. एस.के.गक्खड़ जैसे होने चाहिए। परीक्षा नियंत्रक रहे डॉ. सुरेश धनेरवाल ने परीक्षा सुधारों पर विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया और कहा कि उन्हांेने जिन प्रयासों को गति प्रदान की है उससे आने वाले समय में विद्यार्थियों की समस्याओं का निदान संभव हो सकेगा। छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. विजय कुमार ने उन्हे एक कुशल मार्गदर्शक, प्रेरणास्त्रोत बताया।
इस अवसर पर इनके अतिरिक्त प्रो. रोमिका बत्रा, प्रो. मन्जू परूथी, डॉ. महाबीर बड़क, डॉ. रमेश कुमार, डॉ. नवीन पिप्लानी, सोनिया नाहर सहित अनेक स्टाफ सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में कुलपति प्रो. एस.के.गक्खड़ की पत्नी प्रो. कमलेश गक्खड़ भी उपस्थित रही और उन्होंने कहा कि यहां से सेवानिवृति के पश्चात भी विश्वविद्यालय के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे। कुलपति प्रो. एस.के.गक्खड़ ने अपने स्टाफ सदस्यों की तरफ से इस भावपूर्ण विदाई एवं स्नेह के लिए सभी का आभार व्यक्त किया और कहा कि वे अपने यहां के तीन साल के कार्यकाल को हमेशा याद रखेंगे। कार्यक्रम के अन्त में विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. प्रमोद कुमार ने धन्यवावद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए कहा कि विकास की जो शुरूआत कुलपति महोदय के नेतृत्व में हुई है। वह भविष्य में भी जारी रहेगी। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी विभागाध्यक्ष सहित शिक्षक व गैर-शिक्षक कर्मचारियों सहित विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. सुधीर यादव ने किया।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें