ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। बताते चलें कि मैट्रिक परीक्षार्थियों का रिजल्ट दो-तीन दिन में जारी होने वाला है। इसी कड़ी में मैट्रिक परीक्षा में अंक बढ़ाने का फर्जी मोबाइल कॉल कई परीक्षार्थियों को परेशान कर रहा है। जिस वजह से परीक्षार्थियों की बेचैनी बढ़ गई है। फर्जी मोबाइल कॉल करके बताया जाता है कि, परीक्षार्थी एक विषय में फेल हो गया है। जिसके बाद परीक्षार्थी के अभिभावक से बात की जाती है और अकाउंट नंबर देकर सीधे ₹4000 की मांग की जा रही है। बच्चों के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर कॉल किया जा रहा है। जबकि बिहार बोर्ड का अधिकारी व कर्मी बताकर वह पैसे की डिमांड खुलेआम कर रहे हैं। परीक्षार्थी और उनके अभिभावकों को बैंक अकाउंट भी भेजा जा रहा है। फोन पर बताया जा रहा है कि, उनका छात्र एक विषय में फेल हो गया है। अगर पास कराना है तो उनके दिए गए बैंक खाते में रुपया जमा करें। जबकि यह भी दावा कर रहे हैं कि, फर्स्ट डिवीजन का रिजल्ट दिया जाएगा। जिससे कई छात्रों के अभिभावक परेशान हो रहे हैं। कुछ पैसा भेजने को भी तैयार हैं। यह फोन पिछले 5-6 दिनों से आ रहा है। सोचने
वाली बात यह है कि, पंजीयन में अंकित नंबर पर ही छात्रों या उनके अभिभावक को फोन किया जा रहा है। ताजा मामला बौंसी प्रखंड के दलिया गांव का है। जहां दलिया गांव निवासी ज्योति कुमारी के पिता ओम प्रकाश मिश्रा को दोपहर के करीब 12:00 बजे 9031164765 नंबर से संदीप कुमार नाम के बोर्ड ऑफिस का अधिकारी या डाटा ऑपरेटर बताकर कॉल किया गया। हालांकि ज्योति कुमारी के भाई सुमित मिश्रा ने उक्त व्यक्ति से बात किया। उक्त व्यक्ति ने कहा कि, ज्योति कुमारी गणित विषय में फेल है गणित विषय में उसे मात्र 25 अंक प्राप्त हुए हैं। अगर नंबर बढ़ाना चाहते हैं तो ₹4000 उक्त व्यक्ति के खाते में डालना होगा। तब छात्रा मैट्रिक में पास करेगी। उन्होंने खुद के नंबर पर संपर्क करने की बात कही। कहा कि जब पैसा देंगे तभी उनके बच्चों को पास किया जाएगा। मालूम हो कि, अब मैट्रिक में अंक बोर्ड ऑफिस नहीं डालता है। परीक्षार्थी और उनके अभिभावक जान ले कि मूल्यांकन केंद्र के दो कंप्यूटर पर चेकर-मेकर इसे लोड करते हैं। कोई कर्मी बाद में इसमें बदलाव नहीं कर सकता है। फिर अंक बढ़ाने के नाम पर पैसा मांगने फर्जीवाड़ा के अलावा कुछ नहीं है।
कुमार चंदन,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।
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