ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। मंदार पर्वत क्षेत्र एक ऐसा क्षेत्र है जिसका वर्णन चंद शब्दों में किया जाना असंभव है। इसका इतिहास जानने के लिए शायद कई करोड़ वर्ष पीछे जाना होगा जो की आज किसी के वश में नहीं परंतु यहां पाए गए प्रमाण, शिला, शिलालेख, जीवाश्म सभी इस ओर इशारा करते हैं कि, यह क्षेत्र किसी अनूठे एवं अनसुलझे रहस्य से गिरा एवं रोमांचित करने वाला है। धार्मिक पर्यटन ही नहीं वरन यहां की अनूठी भौगोलिक स्थितियां एवं रोमांचित करने वाला इतिहास को जानने के लिए घरेलू, विदेशी एवं सभी धर्मों के लोग आना चाहेंगे। जरूरत है तो सिर्फ सभी तक यहां के महत्व को बताने की। सरकार ने तो एक पहल कर दी है इस क्षेत्र को सजाने संवारने एवं बनाने की, अब बारी है तो समाज की आगे कदम बढ़ाने की, ऐसे ही कई रोचक विषय पिछले 3 दिन से चल रहे तीन दिवसीय पर्यटन जागरूकता एवं संवेदी संवेदीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम के जिसका संचालन होटल प्रबंधन संस्थान हाजीपुर के संदीपन सांस्कृतियायन एवं नीरज कुमार प्राचार्य पुलक मंडल के मार्गदर्शन में कर रहे मंदार पर्वत क्षेत्र में इस कार्यक्रम का खर्च पर्यटन विभाग बिहार सरकार द्वारा वहां किया गया था। मकसद मात्रा था लोगों के बीच पर्यटन एवं पर्यटन संबंधी अन्य विषयों के जागरूकता की अलख जलाने की। पर्यटन विभाग बिहार सरकार एवं होटल प्रबंधन संस्थान हाजीपुर के प्रयासों को बौंसी के लोगों ने तहे दिल से सराहा एवं कामना की कि ऐसे
और कई कार्यक्रमों की जरूरत है इस क्षेत्र में प्रशिक्षकों ने लोगों को यह बताने में सफलता प्राप्त की कि किसी भी देव भूमि में मात्र पूजा पाठ करने से देवत्व की प्राप्ति नहीं होगी। वरन उसे देवस्थली को साफ सुथरा रखने से एवं संवारने से शायद भगवान ज्यादा प्रसन्न होंगे। प्रशिक्षुओं को यह बात छू गई और सभी प्रशिक्षुओं ने यह प्रण लिया की वे मंदार पर्वत स्थित देव भूमि को गंदगी से बचाएंगे। यह भी चर्चा चली की पापहरणी कुंड जो की स्वयं इतनी दूषित हो गई है। लोगों के पाप हरण करते करते उनकी सफाई का जिम्मा कौन लेगा। तीन दिन के प्रशिक्षण के उपरांत लोगों ने यह प्रण लिया की वह सिर्फ इसका ठीका सरकार पर नहीं छोड़ेंगे। वरन वह भी आगे आएंगे एवं अन्य लोगों को भी प्रेरित करेंगे यह समझने के लिए कि वह उनकी धरोहर है एवं समस्त क्षेत्र हमारा अपना परिसर है और इसकी स्वच्छता भी हमारी जिम्मेदारी है। होटल प्रबंधन संस्थान के प्राचार्य पुलक मंडल ने इन बातों को जानने के उपरांत प्रसन्नता जाहिर करते हुए अपने भेजे संदेश में लोगों को शुभकामनाएँ दी एवं उन्हें विश्वास दिलाया कि यह कार्यक्रम तो एक छोटा कदम है परंतु जो जागृति हुई है और जो अन्य लोगों के लिए प्रेरणा बनेगी उसके परिणाम बहुत ही दूर गामी होंगे एवं पर्यटन के असीम सम्भावनाओं के द्वार खोलेंगे। कार्यक्रम के उपरांत सभी प्रशिक्षुओं के चेहरे पर चमक साफ साफ दिखी क्योंकि सभी को होटल प्रबंधन संस्थान पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के अधीन के द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किया गया।
कुमार चंदन,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।
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