रेवाड़ी के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र बावल में सोमवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला की अध्यक्षता चौ. चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार के निदेशक डॉ रामनिवास ने की. इस कार्यशाला में बावल जोन के छह जिले रेवाड़ी, गुरुग्राम, नूह, महेंद्रगढ़, भिवानी व चरखी दादरी से कृषि अधिकारी, विश्विद्यालय के विभागाध्यक्ष और कृषि वैज्ञानिक उपस्थित रहे.
इस कार्यशाला में क्षेत्र की कृषि संबंधी समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा की गई. कृषि वैज्ञानिकों की ओर से उनकी समस्याओं के लिए कार्य योजना तैयार की गई. कार्यशाला के अध्यक्ष डॉ धर्मवीर ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य कृषि संबंधी विकास के लिए फ़ीडबैक एकत्रित करना और उसी के अनुसार किसानो की समस्याओं पर अनुसंधान कर कार्य योजना तैयार करना है. इस विषय पर विश्विद्यालय निरंतर प्रयासरत रहता है ताकि किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जा सके. इस अवसर पर विभिन्न जिलों से आए किसानो ने अपने क्षेत्र के किसानों की समस्याएं रखी और कृषि वैज्ञानिकों ने उनके समाधान के सुझाव दिए. बावल क्षेत्रीय निदेशक डॉ धर्मवीर यादव ने अनुसंधान केंद्र की ओर से चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों और परियोजनाओं की जानकारी दी. कृषि अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ जितेंद्र सिंह ने पिछले खरीफ सीजन में किए गए ऑन फार्म के ट्रायल के परिणाम प्रस्तुत किए. इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय बावल के प्राचार्य नरेश कौशिक विशेष रूप उपस्थित रहे. कार्यशाला कृषि उपमंडल अधिकारी डॉ मनमीत यादव ने सभी कृषि वैज्ञानिकों का आभार जताया.
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