ग्राम समाचार, पथरगामा ब्यूरो रिपोर्ट:- पथरगामा के सापीन नदी के ऊपर बनाया गया अंग्रेज जमाने के पुल के ऊपर यात्रियों की सुरक्षा के लिए बनाया गया तमाम सेफ्टी पिलर टूट जाने से सापीन नदी का पुल दुर्घटनाओं को खुला निमंत्रण देते हुए दिखाई पड़ रहा है| रात में दिखाई नहीं पड़ने के चलते आते जाते राहगीर पुल से नीचे गिर कर दुर्घटना का शिकार तो हो ही रहे हैं यहां तक की दुपहिया वाहन से लेकर छपहिया वाहन तक पुल में गिरकर दुर्घटना का शिकार बन रहे हैं| हैरत की बात तो यह है कि यह पुल गोड्डा पथरगामा मुख्य राष्ट्रीय उच्च पथ 133 पर स्थित है और इसी पुल होकर एशिया का दूसरा सबसे बड़ा कोयला खदान ईसीएल प्रोजेक्ट रोजाना ही तरक्की की नई नई सोपान तय करता जा रहा है के अलावे जिला के आलाधिकारी गण जिले के शेष 6 प्रखंडों में चल रहे विकास कार्यों सहित विधि व्यवस्था की देखरेख हेतु आवागमन करते ही रहते हैं परंतु आज तक इनकी नजर इस खतरनाक पुल पर नहीं पड़ी है| अगर पड़ी होती तो ईसीएल के लाभांश से मिलने वाले फंड से इसकी मरम्मती कब की हो गई होती| अब तक कई बार किसी पुल होकर कई केंद्रीय और राज्य मंत्रियों ने अपनी सफर तय की है परंतु इस अहिल्या का उद्धार किसी ने भी नहीं किया| बताते चलें कि गत दिनों कई मोटरसाइकिल वाले, कारवाले, रिक्शा ठेला वाले ही नहीं ट्रैक्टर वाले भी इस नदी में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं| अब यह ऊपर वाले की मेहरबानी ही मानी जाएगी कि इन सभी दुर्घटनाओं में किन्ही की जान नहीं गई है|
अमन राज:-
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