ग्राम समाचार,चांदन,बांका। कोरोना की तीसरी लहर में प्रखंड क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी केंद्र खुले हैं। हैरानी की बात यह है कि, कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण बिहार सरकार द्वारा स्कूल से लेकर कॉलेज तक बंद करा रखा है। लेकिन समाज कल्याण विभाग की तरफ चलाए जाने वाले आंगनवाड़ी केंद्र पर अभी भी बच्चे आ रहे हैं। लापरवाही की हद यह है कि, कुछ सेंटरों पर न मास्क की व्यवस्था है और ना सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। बिहार समेकित बाल विकास परियोजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्र चलाए जा रहे हैं। आंगनबाड़ी केंद्र पर आने वाले बच्चों की आयु 3 से 6 साल की होती है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि, आज जब कोरोना के कारण पूरे राज्य के स्कूल कॉलेज तक बंद है तब यह सेंटर अभी भी क्यों खुले हैं। केंद्र पर अभी भी रोज बच्चों को
बुलाया जा रहा है। हालांकि ठंड के कारण बहुत कम ही बच्चा पहुंच पा रहे है। आंगनवाड़ी सेविका प्रीति सिन्हा के मुताबिक, केंद्रों पर बच्चों को देने के लिए मास्क दिया गया है और सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। सेविका प्रीति सिन्हा की मानें तो कोरोना कि दूसरी लहर में आंगनवाड़ी केंद्र पर नई तरह की व्यवस्था की गई थी। तब बच्चों के केंद्र पर नहीं बुलाया जाता था। बच्चों के अभिभावकों को सेंटर पर बुला कर पोषाहार दे दिया जाता था। पुछे जाने पर सेविका प्रिती सिंहा ने प्रेस वार्ता में बताई कि इस बार कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सेंटर बंद करने का कोई भी आदेश नहीं दिया गया है। जबकि 2018 से ठंड के मौसम में 12:00 से 2:00 बजे तक आंगनबाड़ी खोलने का निर्देश रहता था। लेकिन इस बार कोरोना वायरस एंव कड़ाके की ठंड दोनों रहने के बावजूद भी 10:00 से 2:00 तक केंद्र चलाना पड़ रहा है। हम लोगों को जिला से अभी तक कोई आदेश नहीं मिला है, जिसके चलते सीडीपीओ मेडम के आदेशानुसार चान्दन प्रखंड के सभी आंगनबाड़ी केंद्र खुला है। यदि इस दौरान बच्चे में किसी तरह की बात होती है तो इसके जिम्मेवार आईसीडीएस की होगी।
उमाकान्त साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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