रविवार को प्रखंड संसाधन केंद्र पथरगामा में जिले के अतिरिक्त कार्यक्रम पदाधिकारी शंभूदत्त मिश्रा की विदाई समारोह का आयोजन किया गया। ध्यातव्य रहे कि श्री मिश्रा का ट्रांसफर विगत दिनों गढ़वा जिले में हो गया है।
समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गोड्डा का कार्यकाल मेरे लिए शानदार रहा। गोड्डा के शिक्षकों से मुझे अगाध प्रेम और स्नेह मिला।
विदाई समारोह को संबोधित करते हुए प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी तरुण कुमार ने कहा कि मिश्रा सर एक अच्छे अधिकारी होने के साथ-साथ एक बेहतरीन इंसान हैं और साहित्य के प्रति इनकी गहरी अभिरुचि है।
कार्यक्रम के दौरान शिक्षक रीतेश रंजन ने श्री मिश्रा को गांधी की आत्मकथा भेंट करते हुए कहा कि कोई भी विदा अंतिम नहीं होती, बहुत कुछ जीता रहता है यादों में और उन्होंने आगे बताया कि शंभूदत्त मिश्रा सर ने हमेशा शिक्षकों को बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सेवानिवृत्त शिक्षक सतीश झा ने कहा कि ट्रांसफर-पोस्टिंग तो सरकारी सेवा का अभिन्न अंग है फिर भी मिश्रा सर का जाना आहत कर गया।न जाने ऐसे स्वच्छ पदाधिकारी पर लांछन कैसे लगाया गया। श्री मिश्रा ने भी आरोप को खंडित करते हुए ऐसी किसी बात से इंकार किया है। उन्होंने बताया नौकरी में कई तरह के मामले आते रहते हैं जरूरी नहीं की सब आपके कार्य से प्रसन्न हो।यह किसी प्रकार की नाराजगी के कारण उपजा आरोप है।
मौके पर विभिन्न प्रखंडों से आए दर्जनों शिक्षक एवं शिक्षा विभाग के कर्मी मौजूद थे।
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