रेवाडी। गंगायचा टोल पर धरने पर बैठे किसानों का विधायक चिरंजीव राव ने मौके पर पहुंचकर समर्थन किया। किसानों को समर्थन करते हुए विधायक चिरंजीव राव ने कहा कि किसान भाइयों को अपनी मांगों को लेकर एकजुट होना चाहिए। आज से धान की खरीदारी शुरू हो गई है, धान खरीद का यही कारण रहा कि किसानों ने अपनी एकता दिखाई । लेकिन दक्षिणी हरियाणा की मुख्य फसल बाजरा का किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है। पिछले वर्ष बाजरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2250 था और इस बार किसानों का बाजरा मात्र 1100 से 1300 रूपये प्रति क्विटल बिक रहा है और यदि बात बोनस की करें तो मात्र 600 रूपये सरकार द्वारा दी जा दिया जा रहा है जो कि ऊंट के मुंह में जीरा है ।
इसलिए दक्षिण हरियाणा के किसानों को भी अपनी मांगों को लेकर भार निकलना चाहिए तभी मौजूदा सरकार किसानों की मांगों को पूरा करेगी। विधायक चिरंजीव राव ने कहा कि 3 कृर्षि काले कानूनों के परिणाम सामने आने लगे हैं इसी का नतीजा है कि सरकार द्वारा किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा। तीन कृषि काले कानूनों में न्यूनतम समर्थन मूल्य का जिक्र कहीं नहीं है, इसीलिए इन कानूनों को रद्द करना चाहते हैं। चिरंजीव राव ने कहा कि जो किसान पूरे देश का पेट भरता है यदि उसको लागत भी नहीं मिलेगी तो वह अन्य पैदा क्यों करेगा । भाजपा सरकार ने वादा किया था कि 2022 में किसानों की आमदनी दोगुनी की जाएगी और अब 2022 के मात्र 2 महीने रह गए हैं और यह आलम है कि किसानों को उनकी लागत भी नहीं मिल रही है। चिरंजीव राव ने कहा कि हम किसान भाईयों के साथ थे और साथ रहेगें।
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