ग्राम समाचार न्यूज : रेवाड़ी : कृषि कानून के खिलाफ चल रहा किसान आंदोलन अब लोगों की परेशानी का कारण बनता जा रहा है. 27 सितंबर को भारत बंद होने के साथ गंगायचा टोल प्लाजा फ्री होने के कारण कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. किसान आंदोलन के कारण टोल बंद होने से 100-150 कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं. सरकार और प्रशासन से टोल को चालू करवाने की मांग को लेकर सीनियर मैनेजर नरेश कुमार के नेतृत्व में उपायुक्त से मिलने पहुंचे टोल अधिकारी व कर्मचारीयों ने कहा कि पूरे हरियाणा में गंगायचा टोल प्लाजा किसान आंदोलन से अछूता चल रहा था लेकिन 27 सितंबर को भारत बंद वाले दिन किसानो की ओर से एक दिन के लिए टोल को फ्री कराने की बात कहकर यहां धरना शुरू किया था उसके बाद 10 दिनों से किसान यहां बैठे हुए हैं और टोल फ्री चल रहा है टोल कर्मियों ने जिला उपायुक्त की सुपरिटेंडेंट मंजू लता को ज्ञापन सौंपकर किसानों को टोल प्लाजा से हटाने और दोबारा से टोल चालू करवाने की मांग की है.
टोल प्लाजा अधिकारी सीनियर मैनेजर नरेश कुमार कहना है कि टोल बंद होने के कारण कर्मचारियों को मजबूरन नौकरी से हटाना पड़ा. जिस कारण आसपास के गांव से आने वाले कर्मचारियों को समस्या का सामना करना पड़ा और उनकी नौकरी चली गई. टोल बंद होने से नाराज कर्मियों ने क्रमिक अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है. रेवाड़ी से व्यापारी सतेंदर प्रसाद ने हिसार से विधायक कमल गुप्ता एवं हरियाणा प्रदेश वैश्य सम्मेलन के प्रांतीय प्रधान राजीव जैन के साथ कथित किसान आंदोलन के कुछ असामाजिक लोगों द्वारा दुर्व्यवहार किया गया है जो बर्दाश्त से बाहर है। किसान नेताओं से आग्रह कि अपने इस कृत्य पर तुरंत माफी मांगे और व्यापारी समाज से टकराने की बात छोड़ दें। व्यापारी वर्ग का और किसानों का टकराव दोनों वर्गों के लिए ही हानिकारक है ।
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