ग्राम समाचार, जामताड़ा। कुष्ठ मुक्त परिवार समाज एवं जिला निर्माण को लेकर जिला कुष्ठ नियंत्रण समिति सघन अभियान चला रही है। इसी उद्देश्य को लेकर राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के निमित टीबी के मरीजों की तर्ज पर अब जिले भर में कुष्ठ रोगियों की खोज शुरू हुई है। इसके लिए अब अलग-अलग माइक्रोप्लान तैयार किया गया है। कुष्ठ के संदिग्ध मरीजों की पहचान की जवाबदेही स्वास्थ्य कर्मी और सहिया पर होगी। कार्यक्रम के तहत कुष्ठ रोग उन्मूलन को लेकर प्रत्येक प्रखंड में घर-घर खोज अभियान चलाया जाएगा। नए कुष्ठ रोगियों की खोज कर उनका एमडीटी उपचार किया जाएगा। नए कुष्ठ रोगियों का खोज एवं पुरानी रोगियों को नियमित निगरानी के लिए सहिया को एक दिवसिय प्रशिक्षण दिया गया है। इस दौरान सिविल सर्जन सह जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ एसके मिश्रा ने बताया कि जिले में नए कुष्ठ रोगी खोज अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें स्वास्थ्य सहिया जिले के 269 गांवों में जाकर डोर टू डोर सर्वेक्षण करने का कार्य करेगी। सर्वेक्षण कार्य में एक महिला कर्मी के अलावे एक पुरूष कर्मी रहेगें। कहा कि इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन से जिले में नए कुष्ठ रोगियों की संख्या में कमी आयेगी, एवं प्रारंभिक अवस्था में कुष्ठ रोगियों के उपचार से विकलांग नहीं हो पायेंगें। मौके पर मनोज कुमार, राहुल कुमार सहित अन्य थे।
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