रेवाड़ी, 3 सितंबर। गांवों में ओडीएफ. प्लस के स्थायित्व को सुनिश्चित करने एवं गांवों की गलियों में गंदे पानी की समस्या का निपटान सुनिश्चित करने व लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से 100 दिन का स्थायित्व एवं सुजलाम अभियान चलाया जाएगा।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जयदीप कुमार ने इस सम्बन्ध में आज अधिकारियों की बैठक लेते हुए कहा कि उपायुक्त यशेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में जिलाभर में सौ दिनों तक यह अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान गांवों में गन्दे पानी का प्रबंधन के लिए अधिक से अधिक सोखता गढ्ढे बनवाए जाएंगे ताकि गलियों में गन्दा पानी एकत्रित ना हो सके तथा भूजल को रिर्चाज भी किया जा सके।
उन्होंंने कहा कि जिन गांवों में सोखता गढ्ढे बनवाए गए हैं उन गांवों में कही भी गन्दा पानी एकत्रित नहीं होगा। इससे ग्रामीणों को गलियों में आने-जाने में परेशानी नहीं होगी तथा गंदे पानी से होने वाली बीमारियों से छुटकारा मिलेगा। इसके अलावा उस पानी से भूजल रिर्चाज करने में भी सहायता मिलेगी। उन्होंंने कहा कि लोग सोखता गढ्ढे मनरेगा से बनवा सकते हैं ताकि गांवों में गंदे पानी से छुटकारा पा सकें।
अभियान के तहत सोकपिटों के निर्माण को दी जाए प्राथमिकता : डीसी
जिला मेें ओडीएफ स्थिति को स्थायी रखने एवं खुले में शौच प्रथा के प्रति व्यवहार परिवर्तन को विशेष महत्व दिया जाए। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के द्वितीय फेज के अन्तर्गत सोकपिटों के निर्माण को प्रोत्साहन एवं प्राथमिकता दी जाए, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में गन्दे पानी का सुरक्षित निस्तारण सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने कहा कि इस अभियान के दौरान जिला, खंड व ग्राम स्तर पर सरकार के दिशा-निर्देशनुसार कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। उन्होंने ग्रामीणों को भी संदेश दिया है कि सभी ग्रामीण इस 100 दिन के स्थायित्व एवं सुजलाम अभियान में सभी सहयोग करें और गांवों में अधिक से अधिक सोखता गढ्ढे बनवाएं।
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