ग्राम समाचार,चांदन,बांका। विदित हो कि 13 सितंबर दोपहर के करीब चांदन प्रखंड क्षेत्र के बिरनिया पंचायत अंतर्गत सुपाहा गांव में किसान भरत पंडित अपने घर के सदस्य के साथ सूखे मकई को तोड़ने खेत गए थे। जहां एक मधुमक्खी के झुंड ने हमला कर दिया। हमला इस कदर हुई की एक ही परिवार के आधा दर्जन लोग बुरी तरह जख्मी हो गए। मधुमक्खियों का हमले में किन्हीं लोगों को भागने का मौका तक नहीं दिया। पीड़ित का शोरगुल सुन ग्रामीणों ने किसी तरह मधुमक्खियों के चंगुल से छुड़ा ते हुए बेहोशी के अवस्था में सभी घायलों को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चांदन पहुंचाया गया था। जहां अस्पताल की ऐसी अवस्था थी कि बेलहर विधायक मनोज यादव के सूचना पर बांका सिविल सर्जन सुधीर कुमार महतो को अस्पताल से नदारद डॉक्टरों को दूरभाष पर फटकार लगाना पड़ा। तब कहीं सभी घायलों को इलाज करने हेतु डॉक्टर पहुंचे। तब तक एक वृद्ध की जान चली गई थी। जिसमें वृद्ध के पत्नी की
हालत बिगड़ चुकी थी।जिसे डॉक्टरों ने बेहतर इलाज हेतु देवघर सदर अस्पताल भेज दिया। अन्य सभी घायलों को उपचार चल रहा था। जो फिलहाल सभी घायलों को इलाज कर वापस घर भेज दिया। जिसमें गंभीर स्थिति में इलाज चल रहे सदर अस्पताल देवघर में सोमवार को ही मध्य रात्रि बुजुर्ग महिला ने दम तोड़ दिया। जिससे एक ही परिवार के दो बुजुर्ग की मौत से पूरे गांव में कोहराम मच गया। परिवार वालों का कहना है कि इलाज की कुव्यवस्था के कारण चांदन अस्पताल में बुजुर्ग भरत पंडित का मौत हो गया। यदि समय रहते इलाज होता तो बृद्ध भरत पंडित की जान बच सकती थी। अस्पताल में व्यवस्था की कमी के कारण ही इनके पत्नी को गम्भीर स्थिति में रेफर कर दिया गया। जो पैसे के अभाव में पहले पति बाद में पत्नी जमनी देवी की मौत हो गई। जो चिंता की विषय है। जबकि चांदन अस्पताल में सभी घायलों को इलाज के लिए सारी दवाईयां बाहर से मंगवाया गया तब कहीं सभी सभी घायलों की इलाज हो सका।वह स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से। इधर मौत की घटना से पुरे सुपाहा गांव में मातम पसरा हुआ है। इधर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चांदन प्रभारी एके सिन्हा ने बताया कि कोविड-19 वैक्सीनेशन कार्य होने से कुछ डॉक्टरों कोविड सेंटरों पर लगाया गया है। जिसके कारण इस तरह की समस्या हुई है जिस पर विचार किया जा रहा है।
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