ग्राम समाचार,बौंसी,बांका।
बौंसी प्रखंड क्षेत्र के श्यामबाजार में आदिवासी जनजातियों द्वारा छाता पर्व के मेला का आयोजन मंगलवार को किया गया। जहां हर वर्ष आयोजित होने वाले छाता मेला में क्षेत्र के दर्जनों गांव से आदिवासियों की भीड़ अपने पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ नाचते गाते पहुंचते थे। वहीं समय बदलने के साथ मेले का स्वरूप भी बदल गया है। मेले का स्वरूप बदलने से पहले जहां आदिवासी लोग अपने कर्तव्य से लोगों का मनोरंजन करते थे। वहीं पशुओं के बड़े-बड़े सिंगों वाले भेड़, बकरा और पक्षियों में
तीतर,मुर्गा,बटेर आदि की लड़ाई का खेल चलता था। परंतु वक्त परिवर्तन होने के साथ-साथ इस छाता पर्व का वजूद सिमटता जा रहा है। जाहेर देवी देवता की पूजा अर्चना मांदर, नगाड़ा घंटा, ढोल आदि बाजे गाजे के साथ की गई। चढ़ावे के रूप में पान, सुपारी अरवा चावल, बताशा, मिठाई आदि के साथ परंपरागत तरीके से पूजा अर्चना की गई। साथ ही रंगीन कागजों में बने लंबे ऊंचे बांस पर रंग बिरंगी छाता लहराया गया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान बाबू जी हांसदा, श्याम बाजार संथाली टोला के पुजारी छोटेलाल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
कुमार चंदन,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।
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