रेवाड़ी 25 अगस्त। रेवाड़ी की बेटी नंदिनी को जिला प्रशासन ने पॉलीथिन मुक्त जिला को जनअभियान बनाने के लिए अपना ब्रांड एंबेसडेर नियुक्त किया है। शहर के विकास नगर निवासी रवि कुमार व डा. कमलेश कुमारी की पुत्री नंदिनी इन दिनों दिल्ली यूनिवॢसटी के दयाल सिंह कॉलेज से इंंग्लिश ऑनर्स सैकेंड ईयर की पढ़ाई कर रही है। पर्यावरण संरक्षण के प्रति नंदिनी के जुनून व परिश्रम को देखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल भी नंदिनी की सराहना कर चुके हैं।
उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने बुधवार को नंदिनी को पॉलीथिन मुक्त रेवाड़ी कार्यक्रम के लिए ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया। उपायुक्त कार्यालय में नंदिनी के साथ उनकी माता डा. कमलेश कुमारी, पिता रवि कुमार, भाई हर्ष व नानी नरेशवती पहुंचे। नंदिनी ने ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने पर उपायुक्त को कपड़े का थैला भी भेंट किया। उन्होंने नंदिनी के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिला की इस बेटी का पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पण समाज को नई दिशा प्रदान करेगा। उपायुक्त ने कहा कि नंदिनी की पहल सराहनीय है। वह अनेक वर्षों से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक कर रही है। नंदिनी आमतौर पर लोगों के बीच कपड़े से बने थैलों का वितरण करती हुई देखी जा सकती है।
जिला प्रशासन द्वारा ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने पर नंदिनी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा इस विश्वास से उनके कार्य को नई राह, नया उत्साह व नया बल मिला है। ब्रांड एंबेसडर की उपलब्धि से न केवल पर्यावरण संरक्षण बल्कि जीवन के अन्य क्षेत्रों विशेषकर पढ़ाई, समाजसेवा आदि में भी आगे बढऩे की प्रेरणा मिलेगी। नंदिनी ने बताया कि इस कार्य की प्रेरणा उन्हें अपनी नानी नरेशवती से मिली। पर्यावरण के प्रति जुनून से मोबाइल, टीवी व खेलों से दूरी बनी। पढ़ाई के बाद जो भी समय बचता उस समय कपड़े से थैले बनाकर उनका नि:शुल्क वितरण लगातार कर रही हूं। इस कार्य में मेरा छोटा भाई हर्ष जोकि रेवाड़ी में ही नवीं कक्षा का छात्र है मेरा पूरा सहयोग करता है।
नंदिनी पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, सेल्फी विद क्लाथस, स्वच्छ भारत आदि कार्यक्रमों में सराहनीय कार्य करती है। इन कार्यों के अलावा उनकी रूचि लेखन में भी रही है हाल ही में उनका कहानी संग्रह बुलबुल पंछी भी प्रकाशित हुआ है जबकि हरियाणा साहित्य अकादमी की पत्रिका हरिगंधा के अनेक अंकों में कहानियां प्रकाशित हुई है।
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