गांव खोल निवासी बबिता आज कैलाश चंद एड्वोकेट के पास सहायता के लिये पहुची बबिता ने बताया कि उसके पति विकलांग है और आज भी दिल्ली में एक हस्पताल में ऑपरेशन थियेटर में भर्ती है उनके पति की हालात नाजुक बनी हुई है और बताया कि उनके पुत्र जीत का दाखिला कक्षा पांचवी में लगभग 4 वर्ष पूर्व एक निजी स्कूल में नियम 134ए के तहत हुआ था, दाखिले के समय भी स्कूल ने आना कानी की थी उसके बाद स्कूल बस सुविधा देने में परेशानी की गई और अब इस वर्ष बच्चा कक्षा आठवी में आ गया है और लॉक डाउन के उपरांत जब बच्चा स्कूल जाने के लिये स्कूल बस में बैठने लगा तो स्कूल संचालक द्वारा बच्चे को स्कूल बस से नीचे उतरवा दिया गया कहा गया कि अब नियम 134ए खत्म हो गया है
इसलिय अब पहले से दाखिल बच्चो को भी हम नही पढ़ाएंगे, बच्चा रोता हुआ स्कूल बस से नीचे आया जिस पर बच्चे की समस्या को लेकर बबिता देवी आज कैलाश चंद एड्वोकेट के पास सहयोग की मांग हेतु पहुची जिस पर कैलाश चंद एड्वोकेट ने बच्चे की समस्या बारे उच्च अधिकारियो पंचकूला व जिला प्रसाशन को शिकायत भेजी, अगर अधिकारियो द्वारा बच्चे की समस्या का समाधान नही हुआ तो कैलाश चंद एड्वोकेट द्वारा न्यायालय में वाद दायर करके बच्चे को न्याय दिलवाया जाएगा.
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