ग्राम समाचार, जामताड़ा।उपयुक्त बारिश होने का सुखद परिणाम है कि अब तक जिले में 94 फ़ीसदी धन रोपनी पूरी हो चुकी है। शेष 6 फ़ीसदी ऊपरी भूमि में धन रोपने की तैयारी अंतिम चरण में है। जिले के विभिन्न छह प्रखंडों में 52 हजार हेक्टेयर भूमि में धन रोपने का लक्ष्य निर्धारित है। इसके विरुद्ध जिले में अब तक 48706 हेक्टेयर खेतों में धान रोपनी कार्य संपन्न हो चुका है। सबसे अधिक नाला प्रखंड में 10100 हेक्टेयर के विरुद्ध 9660 हेक्टेयर खेतों में धान रोपनी कार्य संपन्न हुआ है। जबकि सबसे कम फतेहपुर प्रखंड में 5800 हेक्टेयर के विरुद्ध 5507 हेक्टेयर में धान रोपनी संपन्न हुई है। नारायणपुर के किसान युनूस अंसारी ने बताया की बीज बुवाई के समय अत्यधिक बारिश होने के कारण खेतों में बुवाई की गई धान बीज नष्ट हुआ था जिस कारण किसानों को दूसरी बार धान बीज बुवाई का तैयारी करना पड़ा। जिस कारण धन रोपने में थोड़ा अधिक समय लगा।
जामताड़ा प्रखंड मेजिया के किसान सोनेलाल टू डू ने बताया की अब आंशिक रूप से ऊपरी भूमि में धान रोपनी शेष रह गया है एक सप्ताह के अंदर पूरा हो जाएगा। इस वर्ष पानी के अभाव में नहीं बल्कि धान के बिछड़ा के अभाव में एक दो खेत धन रोपने से वंचित हो सकता है।
अब तक जिले में संपन्न धन रोपनी के प्रखंड वार लक्ष्य एवं धान रोपनी संपन्न खेतों हेक्टेयर में आंकड़ा।
-- प्रखंड - निर्धारित लक्ष्य - धान रोपनी से आच्छादित
- जामताड़ा - 10100 - 9340
- नारायणपुर - 10100 - 9105
- नाला - 10100 - 9660
- कुंडहित - 10100 - 9438
- कर्माटांड़ - 5800 - 5656
- फतेहपुर - 5800 - 5507
-- वर्जन : इस वर्ष समय से पूर्व मानसून का प्रवेश हुआ जून जुलाई-अगस्त मैं नियमित बारिश हुई भले ही अधिकतम बारिश से धान का बिचड़ा खेतों में नष्ट हुआ लेकिन समय से पूर्व लक्ष्य के अनुरूप सत प्रतिशत धन रोपने का लक्ष्य प्राप्त होना है अब तक जिले में 96 फ़ीसदी खेतों में धान रोपनी संपन्न हुई है शेष 6 फ़ीसदी ऊपरी भूमि के खेतों में धान रोपनी कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। निमित्त बारिश होने और लक्ष्य के अनुरूप धान रोपनी होने से धान के फसल का पैदावार बढ़ेगा। सबन गुड़िया,जिला कृषि पदाधिकारी
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