हमारा परिवार संस्था के तत्वावधान में ध्यान-साधना-सत्संग का आॅनलाइन कार्यक्रम ‘हम सभी भगवान के भेजे हुये फरिश्ते है’’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि समाजसेवी हेमराज आहूजा, एसएस जैन सभा के प्रधान अरूण गुप्ता, संस्था के संयोजक दिनेश कपूर ने कहा कि अनमोल मानव जीवन का हर पल बहुत कीमती है। यक्ष-युधिष्ठर संवाद में जब यक्ष ने पूछा कि दुनिया का सबसे बड़ा आशचर्य क्या है। युधिष्ठर ने उतर दिया कि प्रतिदिन हम अपने आसपास लोगों को मरते हुए देखते है। लेकिन अपने बारे में ऐसा समझते है कि हमेशा यही रहने वाले है। यही दुनिया का सबसे बड़ा आशचर्य है। इस नश्वर मानव देह की उपयोगिता सेवा, सुमिरन व सत्संग में है। संस्था के सहसंयोजक परवीन ठाकुर, संरक्षक कमल मखीजा, प्रधान शशी जुनेजा, प्रमुख शिक्षाविद गीता देवी ने कहा कि हम सभी परमपिता के भेजे हुए फरिाश्ते है। फरिशते का काम होता है-सभी को खुशियां देना। हमारा परिवार पिछले चार वर्षों से समाज में खुशियां बांट रहा है। सभी को स्वस्थ कर रहे है व जीवन में सकारात्मकता का संचार कर रहे है। सभी ने लाफ्टर थेरेपी पर जमकर ठहाके लगाये। एक्युप्रेशर चिकित्सा का अभ्यास किया गया। भक्ति गीत ‘श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल जाये’ का सभी ने तालियों के साथ आनंद लिया। भजन गायिका कमल मखीजा ने प्रभु चरणों में विश्व शांति की प्रार्थना करवाई। कार्यक्रम में समाजसेवी राजेंद्र गेरा, मास्टर ओजस्वी कपूर, पूर्वांशी, प्रीति कपूर, पुरूषोतम नंदवानी, पूनम नंदवानी, कपिल कपूर, मदन लाल बत्रा, किशोरी नंदवानी, सुनीता नंदवानी, मनीष जलवा ने सहयोग किया।
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