रेवाड़ी, 1 जून। डीसी यशेन्द्र सिंह ने कहा है कि रेवाडी जिला के 50 बैड वाले अस्पताल 45 दिन में आक्सीजन जनरेटर इंस्टालेशन करने की व्यवस्था करें ताकि मरीजों को अस्पताल में ऑक्सीजन की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सकें।
डीसी यशेन्द्र सिंह मंगलवार को जिला प्रशासन द्वारा आयोजित चिकित्सक वेबीनार में बोल रहे थे। इस वेबीनार में एसडीएम रेवाडी रविन्द्र यादव, एसडीएम बावल संजीव कुमार, एसडीएम कोसली होशियार सिंह, आईएमए के प्रधान डॉ पवन गोयल, डॉ राजीव विग, सीएमओ डॉ कृष्ण कुमार, पीएमओ डॉ सुशील माही, डॉ अशोक कुमार सहित अन्य चिकित्सकों ने भी भाग लिया।
डीसी ने कहा कि हमें कोरोना की थर्ड वेव के लिए भी तैयार रहना है, इसके लिए मशीनरी को ठीक रखें। उन्होंने कहा कि कोरोना से ठीक हो गए है लेकिन उसके साईड इफैक्ट जो आ रहे है उनका भी ध्यान रखना है, तथा उसके उपचार के लिए कारगर कदम उठाएं जाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा रेवाडी जिले को 5 वेंटिलेटर दिए गए थे, जिनमें से दो वेंटिलेटर कोसली नागरिक अस्पताल में लगवाने थे, वे बार-बार कहने के बाद अब तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा नहीं लगाए गए है, यह जिला स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही दर्शाता है। उन्होंने सीएमओ व पीएमओ को निर्देश दिए कि वेंटिलेटर चलाने के लिए पांच गुणा स्टॉफ को ट्रेन्ड करें। उन्होंने उदाहरण के तौैर पर बताया कि एक हवाई जहाज को चलाने के लिए एक पायलेट व एक सह-पायलेट होता है लेकिन जहाज की कू्र में जो बाकि सदस्य होते है, बेशक वे पायलेट नहीं है लेकिन वे ऐमरजैंसी में जहाज को लैंड कराने तक का कार्य कर देते है।
उन्होंने कहा कि वेंटिलेटर चलाना कोई साईंस रैकेट नहीं है यह चिकित्सकों की कार्यप्रणाली का एक हिस्सा है। उन्होंने साफ कहा कि इसके लिए जो भी सहायता की आवश्यकता है, वे उपलब्ध करवा दी जाएगी। लेकिन अब यह नहीं चलेगा कि उनके पास ट्रेंड स्टॉफ नहीं है। डीसी ने कहा कि मेडिकल के जो भी प्रोटोकॉल है, उन्हें पूरा करें।
डीसी ने बताया कि सर शादी लाल नागरिक अस्पताल में हॉलीस्टर कम्पनी द्वारा लगाए जा रहे ऑक्सीजन जनरेटर इंस्टालेशन का कार्य 21 जून तक पूरा हो जाएगा। डीसी यशेन्द्र सिंह ने कोविड संकटकाल में आईएमए द्वारा किए गए कार्यो की सराहना भी की।
आईएमए के प्रधान डॉ पवन गोयल ने कहा कि कोरोना से ठीक होने वाले नागरिकों को डायबिटीज व अन्य कई चीजों की सावधानी रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वेंटिलेटर के लिए सरकार से सम्पर्क कर स्टॉफ को प्रशिक्षण दिलवाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर से बचाव के लिए हमें अभी से सावधानियां बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोरोना के व्यवहार में हमें कुछ बदलाव करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर से सीख लेते हुए हमें प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां करनी होगी।
जिले में 50 बैड के अस्पाल:- जिले में पुष्पाजंलि, मैट्रो, विराट व सिगनस में 50 बैड के अस्पताल है, जिन्हें 45 दिन में ऑक्सीजन जनरेटर इंस्टाल करने होगें।
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