ग्राम समाचार सिमलडूबी, जामताड़ा:
बंगाल से झारखंड और ओडिशा से कन्याकुमारी तक 'यास' की तबाही के बाद शनिवार से किसानों के चेहरो पर रौनक लौट आई। रोहिणी नक्षत्र बीजारोपण के लिए उत्तम माना जाता हैं। चक्रवात के कारण बहुत दिनों से सूखे मिट्टी मे नमी के साथ- साथ तालाब, डोभा भरने से जीव-जंतु में भी जान-मे-जान आ गई हैं। नज़ाकत को भाँपते हुए सिमलडुबी पंचायत के मँझलाडीह, बड़वा, मोहनाबॉक, चरकमारा, लाकड़ाकुंडा, बाबूडीह, जलाई, नामुजलाई, बाघमारा, पाटनपुर, हदला, उदलजोरी के सैकडों किसान अपने-अपने हल बैलो के साथ सुबह-सुबह खरीफ़ फसलों की तैयारी में जुट गए हैं। धान के बीज के अलावा मकई ,अरहर आदि की खेती के लिए सभी किसान सक्रिय हो गए हैं।
- जुली कुमारी, ग्राम समाचार सिमलडूबी (जामताड़ा) .
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