ग्राम समाचार न्यूज : रेवाड़ी : मॉनसून के सीजन में रेवाड़ी शहर के बाज़ारो में जलभराव की समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए दो साल पहले 15 लाख रुपए खर्च करके नगर परिषद् द्वारा गोकल गेट और भाड़ावास गेट बाजार में अंडर ग्राउंड पाइप लाइन बिछाई गई थी। पानी निकासी के लिए सड़को पर चैंबर बनाकर बड़े बड़े लोहे के जाल डाले गए थे। वाहनों की आवाजाही के साथ ये कम गुणवत्ता वाले लोहे के जाल धंस गए जिस कारण गड्डे से बन गए है। इन गड्डो में वाहनों के पलटने के साथ हादसों का डर बना रहता है।
इस बारे में बाजार के दुकनदारों मनीष सैनी, राजेश सैनी, सोनू सैनी, अतुल गुप्ता और महेश सोनी और बिल्लू सैनी और राजेश भगत आदि दुकानदारों का कहना है कि ये योजना पूरी तरह से फेल साबित हो रही है क्योंकि मानसून की बारिस में यहाँ पानी भर जाता है और अंडरग्राउंड पाइप लाइन बिछाने की योजना मात्र शो पीस बनकर रह गई। पानी निकासी तो दूर अब इससे हादसों का खतरा बना रहता है। यह जाल इस कदर नीचे बैठ गए है कि अब दुपहिया और चौपहिया वाहनों के पलटने का डर बना रहता है।
एक महीने बाद ही मॉनसून और उससे पहले प्री मॉनसून की बारिस होगी जिस कारण फिर जलभराव होगा और लोगो को परेशानी से दो चार होना पड़ेगा। वहीं इस बारे में भाड़ावास रोड बाजार एसोसिएशन के प्रधान राजेश सैनी ने कहा कि बारिस के दिनों में यहाँ पानी भर जाता है ये समस्या दो साल से बनी हुई है न तो इन जालो को ठीक कराया जाता है और न ही इनकी सफाई कराइ जाती है। कोई हादसा होगा तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। इसी तरह डिवाइडर भी पूरी तरह से टूटे हुए हैं. बड़ी बात यह है कि यह सब नगर परिषद्न की नाक के नीचे है।
नगर परिषद्न तो मास्क और सोसल डिस्टेंस के चालान काटने में व्यस्त है वहीं जब हमने इस बारे में नगर परिषद् अधिकारियो से संपर्क करना चाहा तो अवकाश और कोरोना में ड्यूटी होने के चलते संपर्क नहीं हो पाया। अब देखना यह होगा की मीडिया में खबर दिखाए जाने के बाद प्रशासन और नगर परिषद् इस समस्या पर संज्ञान लेता है या फिर किसी बड़े हादसे का इंतजार करता है। स्थानीय लोगो को आने वाले मॉनसूनी सीजन में होने वाले जलभराव की समस्या की चिंता सता रही है। फिलहाल बाजार के दुकानदारों ने जल्द समस्या के समाधान की मांग की है.
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें