रेवाडी, 24 मई। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जहां एक ओर आयुर्वेदिक औषधियां लोगों की इम्यूनिटी बुस्टर में कारगर साबित हो रही हैं, वही दूसरी ओर कोरोना मरीज के लिए योग भी किसी वरदान से कम नहीं हैं।
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. अजीत सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना मरीजों को योग के माध्यम से शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए रेवाड़ी के जैन वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में चल रहें कोविड केयर सैन्टर पर योगाचार्य राकेश छिल्लर ऐसी योग क्रियाओ का प्रतिदिन योगाभ्यास करा रहे हैं जिन क्रियाओं के करने से हमारे शरीर को आक्सीजन पूरी मात्रा में उपलब्ध हो सकें और कोरोना ग्रस्त व्यक्ति को आक्सीजन की कमी महसूस ना होने पायें।
योगाचार्य राकेश ने बताया कि योग व प्राणायाम से हमारे शरीर का आक्सीजन लेवल तो बढता ही है साथ में हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढावा मिलता है। उन्होंने बताया कि इस योग प्रोटोकॉल के तहत सूक्ष्म योग विशेषकर छाती के बल लेट कर, मकरासन, भुजंगासन, नाडी शोधन ,भ्रामरी प्राणायाम, ध्यान योग तथा ओउम् का उच्चारण इत्यादि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि करो योग रहो निरोग के मूल मंत्र को हमें अपने जीवन अवश्य ही लागू रखना चाहिए ताकि हम अपने शरीर को निरोग रख सकें और हमारा शरीर किसी भी बीमारी का डटकर मुकाबला करनें में सक्षम बन सकें। योगाचार्य राकेश कुमार ने बताया कि मनुष्य में आत्मविश्वास होना चाहिए यदि मनुष्य में आत्मविश्वास है तो वह उसके दम पर बडे से बडे संकट का मुकाबला आसानी से कर लेगा, किसी ने ठीक ही कहा है कि मन के हारे हार है, मन के जीते जीत है। अर्थात व्यक्ति को मन से कभी हार नहीं माननी चाहिए। उन्होंने बताया कि जो भी कोरोना मरीज दिल व दिमाग से हार नहीं मानेगा वह कभी भी जिन्दगी से नहीं हारेगा।
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