रेवाड़ी, 2 अप्रैल। हरियाणा के सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा है कि हरियाणा प्रदेश की मंडियों में एक अप्रैल से गेंहू की खरीद प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मंडी में बिक्री के लिए आने वाले किसानों को मंडियों में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए सरकार की ओर से व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
डा. बनवारी लाल शुक्रवार को बावल में लोगों की समस्याएं सुन कर उनका निदान कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसान हितैषी है। आज किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा विमोचन की गई पुस्तिका में खरीद प्रक्रिया से जुड़े सभी 12 हितधारकों के लिए आवश्यक जानकारियां उपलब्ध हैं। इसमें हितधारकों में किसान, सचिव मार्किट कमेटी, गेट कीपर, ऑक्शन रिकॉर्डर, इस्पेंक्टर, आढती, ट्रांसपोर्टर, वेयरहाउस कीपर, जिला मैनेजर, भुगतान, पर्चेजर और मार्केटिंग बोर्ड के प्रशासक के कार्यो और अधिकारों का वर्णन किया गया है। किसानों के संबंध में लॉग-इन फार्म, मेरी फसल मेरा ब्यौरा, परिवार पहचान पत्र आदि जानकारी भरने का तरीका भी पुस्तक में बताया गया है। भुगतान किस प्रकार होगा यह जानकारी भी दी गई है।
डा. बनवारी लाल ने कहा कि बाजरा खरीदकर उसके बिस्किट व अन्य प्रोडक्ट बनाने के बारे में चर्चा हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने खरीफ सीजन के दौरान 7.76 लाख मीट्रिक टन बाजरा की खरीद की है, इसलिए राज्य सरकार पारले-जी कंपनी को बिस्किट व अन्य प्रोडक्ट बनाने के लिए बाजरा उपलब्ध करवाने में भरपूर मदद करेगी।
बाजरा का उपयोग नमकीन व अन्य प्रोडक्ट निर्माण में करने बारे में कंपनियों से विस्तार से बातचीत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय मे बाजरा की उपयोगिता के कारण इसकी डिमांड बढ़ रही है। बाजरा कोलस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में सहायक बाजरे में भरपूर मात्रा में फाइबर्स पाए जाते हैं जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में सहायक हैं। इसके अलावा बाजरा डायबिटीज से बचाव में भी सहायक है। उन्होंने कहा कि दक्षिणी हरियाणा में बाजरा की खेती होती है। बाजरा के नमकीन व बिस्किट बनने लगेंगे तो निश्चित रूप से इस क्षेत्र के किसानों को लाभ होगा।
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