रेवाड़ी, 2 मार्च। माडॅल टाउन स्थित बाल भवन में रेवाड़ी उपमंडल के परिवार पहचान पत्र सत्यापन कार्य के लिए खण्ड अनुसार वर्कशॉप आयोजित की गई जिसमें 400 कर्मचारियों को वैरिफिकेशन कार्य के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर एडीआईओ सुनील भी मौजूद रहें। रेवाडी तहसीलदार प्रदीप देशवाल ने परिवार पहचान पत्र के इनकम असिस्ट वेरीफिकेशन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसी के मद्देनजर इनकम असिस्ट वेरीफिकेशन के कार्य के लिए आज कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है। जिसके उपरांत बने हुए परिवार पहचान पत्र के वेरीफिकेशन का कार्य किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न विभागों की 500 से ज्यादा सेवाओं व योजनाओं को परिवार पहचान पत्र द्वारा दी गई फैमिली आईडी से जोड़ा गया है। अब इन योजनाओं व सेवाओं के अंतर्गत मिलने वाले लाभ और सब्सिडी आदि परिवार पहचान पत्र के तहत दी गई यूनीक फैमिली आईडी के माध्यम से प्रदान किए जा सकते हैं।
तहसीलदार ने बताया कि परिवार को 8 अंको की परिवार पहचान आईडी प्रदान की जा रही है। फैमिली डाटा के ऑटोमैटिक अपडेशन को सुनिश्चित करने के लिए फैमिली आईडी को जन्म और मृत्य व मैरिज रिकार्ड से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि वृद्धावस्था, विधवा और दिव्यांग पैंशन के लिए अब केंद्र व प्रदेश सरकार ने परिवार पहचान पत्र का होना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा फैमिली आईडी छात्रवृति, सब्सिडी और अन्य पैंशन जैसी सभी मौजूदा स्वतंत्र योजनाओं को जोड़ेगी ताकि स्थिरता और विश्वसनीयता सुनिश्चित हो सके तथा साथ ही विभिन्न योजनाओं, सेवाओं, सब्सिडी और पैंशन के लाभार्थियों के स्वत: चयन को सक्षम किया जा सके।
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