Rewari News : SBI बैंक की सीएसआर योजना के अन्तर्गत दिव्यांगजनों को नि:शुल्क वितरित किए गए सहायक उपकरण

रेवाड़ी, 22 मार्च। डीसी यशेन्द्र सिंह ने कहा कि दिव्यांग को कभी यह महसूस नहीं होना चाहिए कि वे दिव्यांग हैं। उनके पास भी जज्बा है और अपने दम पर कोई भी मंजिल हासिल कर सकते हैं।



डीसी यशेन्द्र सिंह आज बाल भवन में दिव्यांगजन सहायक उपकरण वितरण समारोह में बोल रहे थे। डीसी ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए एसबीआई बैंक को बधाई देते हुए कहा कि दिव्यांगजनों के लिए यह बहुत ही पुण्य का कार्य किया है। डीसी ने कहा कि इस तरह का कार्यक्रम आयोजित कर एसबीआई बैंक व रैडक्रास सोसायटी ने सराहनीय कार्य किया है। उपायुक्त ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा से जोडऩे के लिए हर समय प्रयासरत रहती हैं, और हर सम्भव सहयोग के लिए कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन अपने आप को असुरक्षित न समझे, सरकार उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन  हिम्मत बनाये रखे, उनमें भी आम आदमी जितनी क्षमता है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजग आज हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को पहुंचाने के लिए दिव्यांगों की श्रेणी 7 से बढ़ाकर 21 कर दी गई है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष तक के मूक बधिर बच्चों के लिए विभाग छह लाख रुपये खर्च कर कोकलीयर इंप्लांट कराता है, ताकि वे सुन सकें। उन्होंने कहा कि आज रेवाडी जिले के 86 दिव्यांगजनों को 6 लाख 75 हजार रूपए के सहायक उपकरण प्रदान किये गये हैं। जिनमें 13 व्हीलचेयर, 24 कान की मशीन, 14 ट्राईसाईकिल मोटराईजड, 23 ट्राईसाईकिल, 12 बरेलकिट शामिल रहे। इस अवसर पर सीएमओ डॉ सुशील माही, जिला रैडक्रास सोसायटी के सचिव वाजिद अली, एसबीआई बैंक के डिप्टी मैनेजर संजय कुमार व ओपी चौधरी, संदीप यादव भी उपस्थित रहें।
Share on Google Plus

Editor - राजेश शर्मा : रेवाड़ी (हरि.) - 9813263002

ग्राम समाचार से आप सीधे जुड़ सकते हैं-
Whatsaap Number -8800256688
E-mail - gramsamachar@gmail.com

* ग्राम समाचार से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

* ग्राम समाचार के "खबर से असर तक" के राष्ट्र निर्माण अभियान में सहयोग करें। ग्राम समाचार एक गैर-लाभकारी संगठन है, हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉरपोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए आर्थिक मदद करें।
- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें