ग्राम समाचार, गोड्डा ब्यूरो रिपोर्ट:- समाहरणालय स्थित सभागार में उपायुक्त भोर सिंह यादव की अध्यक्षता में झारखंड कृषि ऋण माफी योजना को लेकर समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। बैठक में संबंधित अधिकारियों से अबतक इस दिशा में की गई कार्रवाई की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि झारखंड कृषि ऋण माफी योजना का उद्देश्य राज्य के अल्पावधि कृषि ऋण धारक के किसानों को ऋण के बोझ से राहत देना है। जिले के किसानों से आग्रह है कि वह ऋण योजना का लाभ लेने के लिए अविलंब अपना ई केवाईसी (ईलेक्ट्रानिक – नो योर कस्टमर) करवाएं। उन्होंने कहा कि ई–केवाईसी कराने के लिए किसानों को अपनी नजदिकी कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) एवं प्रज्ञा केंद्र जाना होगा।उन्हें ई–केवाईसी के लिए अपना आधार कार्ड एवं राशन कार्ड प्रस्तुत करना होगा।/उपायुक्त ने जिले के वैसे किसान जो इस योजना की आहर्ता रखते है उन्हें इस योजना का लाभ लेने एवं दूसरे किसानों को भी इसके लिए प्रेरित करने की अपील की।उपायुक्त ने सीएससी एवं प्रज्ञा केंद्र संचालकों से भी केंद्र पर पहुंचने वाले किसानों को सहयोग करने का निर्देश दिया। कहा कि सीएससी एवं प्रज्ञा केंद्र संचालक बेवजह किसी भी किसान को ई–केवाईसी एवं योजना का लाभ लेने के लिए अन्य प्रक्रियाओं में परेशान नहीं करेंगे। अगर कहीं से भी किसी तरह की कोई शिकायत प्राप्त होती है तो संबंधित सीएससी एवं प्रज्ञा केंद्र संचालकों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। कहा कि यह राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना है इसमें किसी भी तरह की कोई भी लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।बैठक में उपायुक्त ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि जिले के कृषक मित्रों द्वारा अब तक इससे संबंधित जो भी कार्य किए गए हैं उनकी परफॉर्मेंस रिपोर्ट प्रस्तुत करें साथ ही सीएसी मैनेजर को सीएससी एवं प्रज्ञा केंद्र संचालकों द्वारा कितनों का इंट्री किया गया है इसकी भी डाटा प्रस्तुत करने का निर्देश दिए गए। मौके पर अपर समाहर्ता गोड्डा जुल्फिकार अली, जिला आपूर्ति पदाधिकारी गोड्डा वासुदेव प्रसाद, जिला कृषि पदाधिकारी रमेश कुमार सिन्हा, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी गोड्डा उमेश कुमार अग्रवाल, सीएसी मैनेजर शशि कुमार सहित अन्य पदाधिकारी गण मौजूद थे।
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