रेवाड़ी, 17 फरवरी। नेहरू युवा केंद्र, युवा मामले एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार चलाया जा रहे कैच द रेन प्रोजेक्ट के अन्तर्गत बाबा मोहनदास युवा क्लब, भाड़ावास के द्वारा जल संचय के लिए पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें लगभग 50 बच्चों ने अपनी प्रतिभागिता दिखाई। प्रथम, द्वितीय, एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को साम्मानित किया गया।
जिला युवा अधिकारी मोनिका नांदल ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरे भारत वर्ष में पानी को बचाने के लिए नेशनल वॉटर मिशन के द्वारा कैच द रेन प्रोजेक्ट की मुहिम चलाई जा रही है। जिसमें प्रत्येक जिले से 50 गांवों में युवा मंडलों की मदद से पानी के महत्व को जागरूकता के माध्यम से समझाया जा रहा है। इस मौके पर बाबा मोहनदास युवा क्लब के अध्यक्ष दीपांशु, मार्शल आर्ट कोच संदीप आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे। राष्टï्रीय जल मिशन और नेहरू युवा केन्द्र के तत्वावधान में कैच द रेन अभियान शुरू किया गया है उन्होंने बताया कि जलवायु परिस्थितियों के अनुकूल बारिश के पानी को संग्रहित करने के लिए वर्षा जल का संचयन करना बेहद महत्वपूर्ण है। इसके लिए जिले में मनरेगा योजना के तहत जल संचयन संरचना, सोख्ता गड्ढे तथा चैकडैम का निर्माण कर भूजल को संग्रहित करने की दिशा में आमजनों को प्रेरित भी किया जा रहा है। उन्होंने आमजनों से पानी के हर बूंद को संचयित करने तथा कैच द रेन अभियान को बढ़ावा देने में अपना भरपूर सहयोग देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने जल को अनमोल संपदा बताते हुए कहा कि वर्षा जल को संग्रहित कर उसे नष्ट होने से बचाना बेहद आवश्यक है। इस संबंध में जिले के सभी विद्यालयों में वर्षा के जल को संग्रहित करने के लिए विद्यालय भवनों के छत पर जल संचयन संरचना का निर्माण भी किया जा रहा है। उन्होंने आमजनों से जल को संयमित रूप से इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने जल के संचयन के लिए अनावश्यक रूप से पानी का दुरुपयोग नहीं करने की अपील की। उन्होंने आमजनों के बीच जल के महत्व को व्यापक पैमाने पर प्रचारित-प्रसारित करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से अपने घरों में वर्षा के जल को संग्रहित करने के उपायों का प्रयोग कर भूजल को संरक्षित करने में अपना सहयोग देने की अपील की। उन्होंने बताया कि वर्षा जल को संग्रहित कर ही हम भूजल को भी संग्रहित कर सकते हैं। जल छाजन व सोकपिट का निर्माण कर हम वर्षा के जल को संग्रहित कर सकते हैं। उन्होंने आमजनों से जल छाजन की प्रक्रिया अपनाते हुए भूजल के स्तर को अनुरक्षित करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने आगे कहा कि शहरी क्षेत्रों की तरह ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी जल छाजन के महत्व से अवगत कराना बेहद जरूरी है। उन्होंने जल छाजन, भूजल संरक्षण एवं वर्षा जल संग्रहण की महत्ता को जन-जन तक पहुंचाने में युवाओं को अपना सहयोग देने की अपील की। उन्होंने कैच द रेन अभियान की बारीकियों को साझा करते हुए भूजल पुनर्भरण, जल स्तर में वृद्धि तथा वर्षा जल व भूजल के संरक्षण पर जैसे महत्वपूर्ण जानकारी दी।
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