ग्राम समाचार,बौसी,बांका।
बौंसी मुख्य चौक पर स्थित पुराने रेफरल अस्पताल को पोषण पुनर्वास केंद्र में परिवर्तित किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार यह 5 बेड वाला केंद्र होगा। पोषण पुनर्वास केंद्र कुपोषित बच्चों के लिए संजीवनी का काम करेगी। जानकारी देते हुए रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार ने बताया कि, कुपोषण को खत्म करने के लिए सरकार गंभीर है, यही वजह है कि जिलाधिकारी के निर्देश पर पुरानी अस्पताल को कुपोषण से निपटने के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र
(एन०आर०सी०) बनाए जा रहे हैं। यहां रखा गया कोई बच्चा 14 दिनों के कुपोषण से मुक्त नहीं हो पाएगा तो, वैसे बच्चे को एक माह तक यहां रख कर विशेष देखभाल की जाएगी। भर्ती हुए बच्चे के वजन में न्यूनतम 15% की वृद्धि के बाद ही यहां से डिस्चार्ज किया जाता है। पोषण पुनर्वास केंद्र में मिलने वाली सभी सुविधाएं निःशुल्क होती है। मालूम हो कि, पिछले दिनों जिला अधिकारी के द्वारा पुरानी अस्पताल का जायजा लिया गया था। जिसके बाद उसकी साफ सफाई कराकर पोषण पुनर्वास
केंद्र बनाए जाने का निर्देश दिया गया था। वहीं बच्चों को (एन०आर०सी०) में भर्ती करने के लिए कुछ मानक निर्धारित हैं। इसमें बच्चों के विशेष जांच के तहत उनका वजन व बाँह आदि का माप किया जाता है। 6 माह से अधिक एवं 59 माह तक के ऐसे बच्चे जिनकी बाई भुजा 11.5 सेंटीमीटर हो और उम्र के हिसाब से लंबाई व भजन ना बढ़ता
हो तो, वह कुपोषित है। उसे ही पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती किया जाता है। इसके साथ ही दोनों पैरों में फिटिंग एडिमा हो तो ऐसे बच्चों को भी यहां पर भर्ती किया जाता है। यहां पर माता के साथ ही 12 वर्ष से कम उम्र के बीमार कुपोषित बच्चे को भर्ती कर उपचार किया जाता है। आंगनबाड़ी केंद्र में सूचीबद्ध कुपोषित बच्चों को केंद्र पहुंचा कर इलाज किया जाएगा और उसका फॉलोअप भी होगा। वहीं केंद्र में कुपोषित
बच्चों की देखभाल और इलाज के लिए चिकित्सक के साथ-साथ अन्य कर्मियों को भी नियुक्त किया जाएगा। अभी कमरों में बेड लगा दिए गए हैं। साथ ही साफ-सफाई व अन्य तैयारियां की जा रही है। अस्पताल प्रबंधक मनोज कुमार ने बताया कि, जल्द ही चिकित्सक के साथ एएनएम और अन्य कर्मियों को यहां कार्य पर लगाया जाएगा।
कुमार चंदन, ग्राम समाचार संवाददाता, बौंसी।
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