रेवाड़ी, 29 जनवरी। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत रेवाडी जिले के 18 गांव नामत: बिकानेर, गोपालपुर गाजी, हरचंदपुर हसैनपुर, झोलरी, कन्हौरा, खटावली, नांगल, परखोतमपुर, तुर्कियावास, डाबडी, डालियाकी, दुल्हेडा कलां, दुल्हेडा खुर्द, किशनपुर, मुदडा, रसगण व शादीपुर को चिह्नित किया गया है।
उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने यह जानकारी प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना की समीक्षा बैठक में दी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत उक्त गांवो को जो कि आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछड़े हुए है, जिसमें ग्राम विकास योजना के तहत पीने का पानी, ग्रामीण सडक़, बिजली आदि कार्य करवाए जाएगें। डीसी यशेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना का मुख्य उद्देश्य देश के सभी राज्य के ऐसे गांव को चिह्निïत करता है जिनमें अनुसूचित जाति की जनसंख्या 50 प्रतिशत से अधिक है और वे आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछडे है। ऐसे गांवों के विकास के लिए प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत केन्द्र सरकार का मुख्य उद्देश्य अन्य विकसित गांवों की तरह इन गांवों को आर्थिक व सामाजिक रूप से विकसित करना है। उन्होंने कहा कि इन गांवों में विकास कार्य करवाने के लिए ग्राम स्तर पर वीएलसीसी कमेटी का गठन व जिला स्तर पर डीएलसीसी का गठन किया गया है।
उपायुक्त ने कहा कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत जिन गांवों को चिह्निïत किया गया है उन गांवों के विकास के लिए केन्द्र सरकार द्वारा 20-20 लाख रूपए दिए जाएगें। इसके अलावा टैकनीक, प्रशासनिक, ट्रेनिंग व जागरूकता अभियान से संबंधित कार्यो पर होने वाला खर्च अलग से प्रदान किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि खण्ड रेवाडी में बिकानेर व हुसैनपुर, खण्ड बावल में हरचंदपुर, खंड जाटूसाना में गोपालपुर गाजी, कन्हौरा व परखोतपुर, खण्ड नाहड में झोलरी, खण्ड धारूहेडा में तुर्कियावास व खटावली, खण्ड डहीना में नांगल गांवों के विकास के लिए 102.90 लाख रूपए की राशि स्वीकृत हो चुकी है। इस बैठक में सीईओ जिला परिषद त्रिलोक चंद, एसडीएम रविन्द्र यादव, नगराधीश रोहित कुमार, उपमंडल अभियंता लोक निर्माण विभाग आदित्य देशवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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