ग्राम समाचार गोड्डा, ब्यूरो रिपोर्ट:- कृभको एवं ग्रामीण विकास ट्रस्ट द्वारा संचालित स्कूल आॅफ रूरल मैनेजमेंट(एसआरएम), रतलाम, मध्य प्रदेश में अध्ययनरत 5 छात्रों अभिषेक नागर, अंकित एक्का, भाग्यवर्द्धन राठौर, राहुल प्रजापत, विजय यादव को ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र, गोड्डा के तत्वावधान में ग्राम मछिया सिमरडा के प्रगतिशील युवक अशोक कुमार मंडल के फार्म का भ्रमण कराया गया। पशुपालन वैज्ञानिक डाॅ0 सतीश कुमार ने छात्रों को फार्म में समेकित कृषि प्रणाली के तहत अजोला इकाई, बकरी पालन इकाई, गौपालन इकाई, आम के सघन बाग की महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अजोला सस्ता, सुपाच्य एवं पौष्टिक पूरक पशु आहार है, इसे खिलाने से वसा व वसा रहित पदार्थ सामान्य आहार खाने वाले पशुओं के दूध में अधिक पाई जाती है। पशुओं में बांझपन निवारण में उपयोगी है। पशुओं के पेशाब में खून की समस्या फॉस्फोरस की कमी से होती है। पशुओं को अजोला खिलाने से यह कमी दूर हो जाती है। अजोला से पशुओं में कैल्शियम, फॉस्फोरस, लोहे की आवश्यकता की पूर्ति होती है जिससे पशुओं का शारिरिक विकास अच्छा है। अजोला में प्रोटीन आवश्यक अमीनो एसिड, विटामिन (विटामिन ए, विटामिन बी-12 तथा बीटा-कैरोटीन) एवं खनिज लवण जैसे-कैल्शियम, फाॅस्फ़ोरस, पोटेशियम, आयरन, काॅपर, मैग्नीशियम आदि प्रचुर मात्रा में पाए जाते है। प्रगतिशील युवक अशोक कुमार मंडल ने आम की उन्नत प्रजाति मालदह, बंम्बई हरा तथा सीपिया की विस्तृत जानकारी दी। इस भ्रमण के क्रम में उन्होंने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र, गोड्डा से पशुपालन का प्रशिक्षण प्राप्त कर समेकित कृषि प्रणाली अपनाते हुए वार्षिक आय 2,50,000 रूपये होती है। प्रगतिशील युवक की विभिन्न कृषि गतिविधियों को देखकर सभी छात्र प्रभावित हुए।
Godda News: 5 छात्रों को फार्म का भ्रमण कराया गया
ग्राम समाचार गोड्डा, ब्यूरो रिपोर्ट:- कृभको एवं ग्रामीण विकास ट्रस्ट द्वारा संचालित स्कूल आॅफ रूरल मैनेजमेंट(एसआरएम), रतलाम, मध्य प्रदेश में अध्ययनरत 5 छात्रों अभिषेक नागर, अंकित एक्का, भाग्यवर्द्धन राठौर, राहुल प्रजापत, विजय यादव को ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र, गोड्डा के तत्वावधान में ग्राम मछिया सिमरडा के प्रगतिशील युवक अशोक कुमार मंडल के फार्म का भ्रमण कराया गया। पशुपालन वैज्ञानिक डाॅ0 सतीश कुमार ने छात्रों को फार्म में समेकित कृषि प्रणाली के तहत अजोला इकाई, बकरी पालन इकाई, गौपालन इकाई, आम के सघन बाग की महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अजोला सस्ता, सुपाच्य एवं पौष्टिक पूरक पशु आहार है, इसे खिलाने से वसा व वसा रहित पदार्थ सामान्य आहार खाने वाले पशुओं के दूध में अधिक पाई जाती है। पशुओं में बांझपन निवारण में उपयोगी है। पशुओं के पेशाब में खून की समस्या फॉस्फोरस की कमी से होती है। पशुओं को अजोला खिलाने से यह कमी दूर हो जाती है। अजोला से पशुओं में कैल्शियम, फॉस्फोरस, लोहे की आवश्यकता की पूर्ति होती है जिससे पशुओं का शारिरिक विकास अच्छा है। अजोला में प्रोटीन आवश्यक अमीनो एसिड, विटामिन (विटामिन ए, विटामिन बी-12 तथा बीटा-कैरोटीन) एवं खनिज लवण जैसे-कैल्शियम, फाॅस्फ़ोरस, पोटेशियम, आयरन, काॅपर, मैग्नीशियम आदि प्रचुर मात्रा में पाए जाते है। प्रगतिशील युवक अशोक कुमार मंडल ने आम की उन्नत प्रजाति मालदह, बंम्बई हरा तथा सीपिया की विस्तृत जानकारी दी। इस भ्रमण के क्रम में उन्होंने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र, गोड्डा से पशुपालन का प्रशिक्षण प्राप्त कर समेकित कृषि प्रणाली अपनाते हुए वार्षिक आय 2,50,000 रूपये होती है। प्रगतिशील युवक की विभिन्न कृषि गतिविधियों को देखकर सभी छात्र प्रभावित हुए।
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