ब्यूरो रिपोर्ट, ग्राम समाचार, बांका। आज दिनांक 04/ 01 /2021 जिला पदाधिकारी बांका की अध्यक्षता में जिला सहायक निदेशक उद्यान एवं मधु उत्पादक किसानों के साथ बैठक की गई। जिले में सरकार की पहल से पूर्व से शहद उत्पादन का कार्य किया जा रहा है। शहद उत्पादन का प्रमुख समय दिसंबर से मई तक रहता है। खाली समय में मधु पालकों का 1100 बॉक्स पूर्णिया जिला के वायसी प्रखंड के सरसों के खेत में रखा गया था। जहां से 1 महीने के अंदर लगभग 5 टन शहद का उत्पादन हुआ। इस वर्ष मधु के उत्पादन का लक्ष्य 50 टन रखा गया है। मधु के उत्पादन को देखते हुए अनुमान है कि, लक्ष्य की प्राप्ति संभव है। सहायक निदेशक जिला उद्यान पदाधिकारी बांका के द्वारा बताया गया कि, किसान
माइग्रेशन पद्धति के अनुसार पूर्णिया क्षेत्र में शहद उत्पादन के लिए 1100 बॉक्स ले गए हैं। अब तक 50 क्विंटल शहद उत्पादन की जानकारी मिली है। मधुमक्खी पालकों के लिए यह शुभ संकेत है। एक महीने में शहद का इतना उत्पादन देखकर किसान काफी खुश हैं। किसानों के द्वारा बताया गया कि, शहद का बॉक्स 14 जनवरी के बाद बांका लाया जाएगा। मधुमक्खी सरसों का रस चूस कर शहद के रूप में रूपांतरित करते हैं। जब बांका के खेत में सरसों के फूल खिल आएंगे तब बॉक्स को बांका शिफ्ट कर दिया जाएगा। प्रगतिशील किसान रिपु सूदन सिंह ने बताया कि, जिला पदाधिकारी बांका व कृषि विभाग के प्रोत्साहन के बल पर इस बार किसानों ने नई पद्धति अपनाई है। अगर इसी तरह का सहयोग मिलता रहेगा तो, बांका मधुमक्खी का हब बन जाएगा। जिले के आधा दर्जन किसान अभी पूर्णिया में भी मधुमक्खी पालन को बढ़ावा दे रहे हैं। जबकि जिला स्तर पर भी 300 से अधिक किसान मधुमक्खी पालन में जुड़ने को तैयार हैं। विगत वर्ष में बांका जिले में अच्छी मात्रा में शहद का उत्पादन हुआ था। अच्छी खासी शहद की मात्रा महाराष्ट्र की कंपनी खरीद कर ले गई थी। जिला पदाधिकारी बांका के द्वारा अत्यधिक शहद उत्पादन को देखते हुए एफ०पी० ओ० (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन) को हनी प्रोसेसिंग प्लांट जल्द से जल्द लगवाने का निर्देश दिया गया है। बैठक में उप विकास आयुक्त बांका, वरीय कोषांग पदाधिकारी बांका, किसान संजय कुमार चौधरी, रिपु सूदन सिंह, बलभद्र पंडित, पर्वत्ता बाराहाट, बिंदी बांका, मारिया टुडू, तरुनिया कटोरिया आदि उपस्थित थे।
कुमार चंदन, ग्राम समाचार संवाददाता, बौंसी।
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