रेवाडी। प्रदेश में स्कूली बच्चों व अध्यापकों के लगातार कोरोना पॉजिटिव के बढते मामलों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए रेवाडी विधायक चिरंजीव राव ने कहा कि हरियाणा सहित रेवाडी में स्कूली बच्चों का कोरोना संक्रमित होना बेहद ही चिंता का विषय है। रेवाडी के गांव पाली के स्कूल में तो एक ही दिन में 9 बच्चों की रिर्पोट पॉजिटिव पाई गई है। ऐसे में हरियाणा सरकार का स्कूल खोलने का फैसला बिल्कुल समझ से परे है। जबकि देश-विदेश के तमाम बडे मेडिकल संस्थान कोरोना की दूसरी लहर की चेतावनी दे रहे हैं। इसलिए सरकार को स्कूल खोलने का अपना फैसला तुरंत वापिस लेना चाहिए।
विधायक चिरंजीव राव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी व मैंने भी स्कूल खोलने के फैसले पर हरियाणा सरकार को चेताया था कि अभी कोरोना की दूसरी लहर आने वाली है ऐसे में यदि स्कूल खोले गए तो बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड होगा। लेकिन भाजपा-जजपा की गठबंधन सरकार ने हमें अनसुना किया और स्कूलों को गत 2 नवंबर से खोल दिया गया। श्री राव ने कहा कि इतनी बडी संख्या में बच्चों का संक्रमित होना जिला प्रशासन व स्कूल प्रशासन की बहूत बडी चूक है। इस पर शिक्षा मंत्री को संज्ञान लेना चाहिए कि आखिरकार कहां चूकी हुई है। मेरा मानना है कि स्कूलों में मास्क-सेनेटाईजर वितरण व सोशल डिस्टेंसिग की अनुपालना नही की जा रही होगी तभी इतनी बडी संख्या में बच्चे कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। चिरंजीव राव ने कहा कि स्कूलों में कोरोना के बढते मामलों को लेकर मैं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से समय लेकर मिलूगां भी और अपनी तरफ से पत्र लिखकर उनको हर बात से अवगत कराउंगा। बिना तैयारी के स्कूलों को खोलना गलत है।
चिरंजीव राव ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं। उनकी जिंदगी से खिलवाड बिल्कुल नही किया जाना चाहिए। इसलिए सरकार को तुरंत प्रभाव से अपना निणर्य वापिस लेना चाहिए और जब स्थिती सामान्य हो जाए तभी स्कूलों को खोला जाए। स्कूलों को खोलने से पहले नीति बनानी चाहिए और मास्क, सेनेटाईजर व सोशल डिस्टेंसिग की अनुपालना करवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार चलाने में बिल्कुल विफल हो चुकी है। इस सरकार में हर वर्ग त्राही-त्राही कर रहा है। पहले किसानों को खेतों में मजदूर बनाने हेतु काले कानून लाई फिर श्रमिकों को हकों से वंचित करने के लिए श्रमिक कानूनों में बदलाव किया गया उसके बाद कर्मचारियों से अधिकार छीनने वाली गलत नीतियां लाई और अब स्कूल खोलकर बच्चों के पीछे पड गई है
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