ग्राम समाचार, पथरगामाः- नाबार्ड के द्वारा घाट कुरावा तथा रांगाटांड़ में जिला स्तरीय स्वच्छता साक्षरता कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यशाला की अध्यक्षता डीडीएम नाबार्ड निर्मल कुमार के द्वारा किया गया, वहीं संचालन प्रधान के एग्जीक्यूटिव आशुतोष कुमार के सहयोग एवं सहयोगी ग्राम संगठन घाट कुराबा के द्वारा किया गया।कार्यक्रम में डीडीएम के द्वारा बताया गया कि 2 अक्टूबर 2020 से स्वच्छता साक्षरता कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है जो 26 जनवरी 2021 तक चलेगा।बताया गया कि नाबार्ड के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय निर्माण हेतु वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।ऐसे में अब जरूरत है कि लोगों को इसके उपयोग तथा रखरखाव के ऊपर जागरूक किया जाए।बताया गया कि भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशानुसार इस क्षेत्र को प्राथमिकता के क्षेत्र में जोड़ा गया है।इसी के आलोक में विलय के बैंकों से अनुरोध किया गया है कि वह नए शौचालय तथा स्नानागार और नियमित पानी आपूर्ति हेतु एवं इसके रखरखाव हेतु स्वयं सहायता समूह के माध्यम से एवं व्यक्तिगत स्तर पर भी ऋण सुविधा प्रदान करें।घाट कुराबा मुखिया मुनकी देवी द्वारा बताया गया कि उनके क्षेत्र में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय का निर्माण कराया गया हैै।हमारे यहां पानी की समस्या एक बड़ी समस्या बन गई है।अतः बैंक के माध्यम से पानी की समस्या का समाधान करने की जरूरत है।सहयोगी ग्राम संगठन के अध्यक्ष के द्वारा बताया गया कि लोगों को शौचालय के उपयोग करने के लिए प्रेरित करना एक चुनौतीपूर्ण अभियान था।परंतु जिला प्रशासन तथा लोगों के सहयोग से इस काम को पूर्ण किया गया।अब जरूरत है कि इसके प्रयोग तथा रखरखाव हेतु बैंक तथा नाबार्ड के सहयोग से इस कार्य को पूर्ण किया जाए। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ रवि शंकर भी मौजूद थे।तीन प्रधान के समन्वयक आशीष रथ के द्वारा हाथ धोने के फायदे के बारे में बताते हुए हाथ धोने का प्रशिक्षण दिया गया।कहा की बीमारियों के कारण हमें शारीरिक मानसिक तथा आर्थिक रूप से हानि होती है।यदि स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए तो कई प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है।मौके पर आंगनबाड़ी सेविका, मां योगिनी महिला फेडरेशन एवं अन्य स्वयं सहायता समूह की सदस्य मौजूद थीं।
-:अमन राज, पथरगामा:-
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें