ग्राम समाचार, बौंसी, बांका।विश्व स्वास्थ्य संगठन के तत्वावधान में बौंसी प्रखंड क्षेत्र के रानी गांव में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। ग्रामीण चिकित्सकों को पोलियो एवं खसरा से संबंधित आवश्यक जानकारी देने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया था। रेफरल अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर ऋषिकेश सिन्हा के द्वारा करीब दो दर्जन ग्रामीण चिकित्सकों को उपरोक्त दोनों बीमारियों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई।
इस कार्य में ग्रामीण चिकित्सकों का सहयोग आवश्यक है। कार्यशाला में चिकित्सा पदाधिकारी ने एएफपी के लक्षणों की जानकारी देते हुए बताया कि, यदि जन्म से 15 वर्ष तक के किसी बच्चे का कोई अंग पिछले 6 माह के भीतर अचानक लुंजपुंज या कमजोर पड़ गया हो या बच्चे का मुंह टेढा या गर्दन लुंज हो गया हो ,तो उसके पोलियोग्रस्त होने की संभावना हो सकती है। ऐसे बच्चे का स्टूल टेस्ट कराना आवश्यक होता है। इसलिए ऐसे मामले की सूचना जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को तत्काल दी जाए। कार्यशाला में खसरा के लक्षण एवं इससे बचाव की भी जानकारी दी गयी। इस मौके पर डब्ल्यूएचओ के मॉनिटर संजीव कुमार , स्वास्थ्य प्रशिक्षक मोहम्मद रफी अहमद, ग्रामीण चिकित्सक ललन कुमार, कार्यानंद यादव ,अभय कुमार, शिवनंदन यादव ,राकेश कुमार साह ,दीपक कुमार ,लक्ष्मण प्रसाद सिंह ,संजय मंडल सहित अन्य मौजूद थे।
कुमार चंदन,ग्राम समाचार संवाददाता, बौंसी।
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