इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर में आज ‘आत्मनिर्भर भारत’ विषय पर एक विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने विशिष्ट अतिथि एवं वक्ता के रूप में भाग लिया| ऑनलाइन माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसके गक्खड़ ने की| अतिथि का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर होना स्वाभिमान से जीने की पहली सीढी है| आज जबकि पड़ोसी देश चीन की तरफ से फैला हुआ कोरोनावायरस पूरी दुनिया में आतंक मचा रहा है वही सीमा पर भी चीन हमें परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता| इस समय जब पूरी दुनिया भारत की तरफ देख रही है तो हमारे लिए यह आवश्यक हो जाता है कि हम इस देश पर अपनी निर्भरता को पूरी तरह से समाप्त करें| माननीय इंद्रेश कुमार जी ने अपने अभिभाषण में कहा कि जनसंख्या में विश्व का 16% हिस्सा जबकि संसाधनों में मात्र 3 से 4% का हिस्सा रखने वाले भारत देश ने जिस प्रकार से कोरोनावायरस का सामना किया है उसकी सराहना पूरे विश्व में की गई है|अब यह साबित हो चुका है कि यह वायरस प्राकृतिक नहीं बल्कि एक जैविक हथियार के रूप में लैब में तैयार किया गया है| भारत ने अपनी उन्नत परंपरा और नैतिक मूल्यों के आधार पर इसका डटकर सामना किया है और यह गर्व का विषय है कि इतनी समस्याएं होने के बाद भी सभी लोग एक दूसरे की सहायता करने में जुट गए और भूख से किसी की मौत नहीं हुई है | चीन की धोखेबाजी वाली प्रवृत्ति किसी से छिपी नहीं है परंतु भारत ने उसे अब सीमा पर भी मुंह तोड़ जवाब देना शुरू कर दिया है| इसी से आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना का आरंभ होता है और भारत इस तरफ बड़ी तेजी से बढ़ भी रहा है| उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति देश को तोड़ने वालों के मुंह पर एक तरह की चपत है जबकि रोजगार पूर्ण समृद्ध भारत चाहने वालों के लिए आगे बढ़ने का एक सोपान है| कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग की तरफ से किया गया जिसमें लगभग 500 प्रतिभागी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े| विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर तेज सिंह ने मुख्य अतिथि श्री इंद्रेश कुमार जी, विश्वविद्यालय के कुलपति एवं समस्त विश्वविद्यालय प्रशासन का धन्यवाद किया और साथ ही कार्यक्रम का आयोजन करने वाली पूरी आयोजक टीम डॉ रविंदर, डॉ सीमा महलावत, डॉ विजय हुड्डा एवं श्री सुशांत यादव को इस सफलता पूर्ण आयोजन के लिए बधाई दी|
- Blogger Comment
- Facebook Comment
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें
(
Atom
)
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें