रेवाड़ी, 27 अक्टूबर। उपायुक्त यशेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स के बारे में जिला सचिवालय में माजरा गांव के ग्रामीणों के साथ बैठक हुई। यशेन्द्र सिंह ने बैठक में कहा कि जिला प्रशासन व सरकार का प्रयास है कि एम्स का निर्माण जल्द से जल्द हो इसके लिए सरकार प्रयासरत है। इसलिए बार-बार ग्रामीणों के साथ बैठक की जा रही है ताकि इस प्रोजैक्ट को जल्द अमली जामा पहनाया जा सकें। डीसी ने बताया कि सरकार के निर्देश पर यह बैठक आयोजित की जा रही है।
माजरा गांव के लोगों ने डीसी को बैठक में अवगत कराया कि वे अपनी जमीन पचास लाख रूपए प्रति एकड़ से नीचे नहीं देगें। इस पर डीसी ने कहा कि एक बार पुन: इस पर विचार कर लें ताकि यह प्रोजैक्ट बन जाएं, लेकिन ग्रामीणों ने स्पष्टï कर दिया कि वे पचास लाख रूपए से नीचे जमीन नहीं देगें। यहां यह भी बतां दे कि एक अक्टूबर को केन्द्रीय टीम में शामिल भारत सरकार में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना, मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर के संयुक्त सचिव श्री सुनील शर्मा के नेतृत्व में मेडिकल सुपरिंटेंडेंट एम्स नई दिल्ली श्री डी के शर्मा, निदेशक पीएमएसएस श्री नरेन्द्र कुमार ओज, सीनियर आर्किटेक्ट सीडीबी श्री राजीव कनौजिया, एम्स राय बरेली एसई श्री जीपी श्रीवास्तव ने एम्स निर्माण के लिए भालखी माजरा गांव की जमीन का अवलोकन किया था। उसके उपरांत केन्द्रीय टीम ने जो भी जिला प्रशासन से जानकारी मांगी थी, वह जानकारी उपलब्ध करवा दी गई है। बैठक में एसडीएम रेवाडी रविन्द्र यादव, एसडीएम कोसली एवं डीडीपीओ कुशल कटारिया के अतिरिक्त माजरा गांव के यशु प्रधान, देशराज सरपंच, जितेन्द्र यादव, रोहताश पंच, मंजीत ठेकेदार, राजबीर, विकास, ताराचंद सहित अन्य ग्रामीण भी उपस्थित रहे।
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