इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर, रेवाड़ी में आजकल सत्र 2020-21 के लिए दाखिला प्रक्रिया चल रही है। विभिन्न विभागों में अलग-अलग कोर्सों के लिए आवेदन मांगे गए है। इसी विश्वविद्याल के अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष/प्रभारी डॉ. विकास बत्रा का कहना है कि अर्थशास्त्र अपार अवसरों तथा संभावनाओं का विषय है और इस बदलते घरेलू और अन्तरराष्ट्रीय आर्थिक परिदृश्य में अर्थशास्त्र का महत्व ओर अधिक बढ़ गया है। उनका कहना है कि विद्यार्थी अर्थशास्त्र में एम. ए. करने के उपरान्त विभिन्न प्रकार के रोजगार अवसर प्राप्त कर सकते है। अर्थशास्त्र में स्नातकोतर करने के पश्चात विद्यार्थी स्कूल, महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय में शिक्षक के रूप में कार्य कर सकते है और पिछले कुछ वर्षाें से लगातार अर्थशास्त्र के शिक्षकों की मांग बढ़ रही है क्यांेकि कला, वाणिज्य, विधि, प्रबंधन, इंजिनियरिंग जैसे अनेको कोर्सों में अर्थशास्त्र विषय पढ़ाया जाता है तथा स्कूल स्तर पर भी बहुत से विद्यार्थी इसे लगाव से पढ़ते है। इसके अतिरिक्त भारत तथा अन्य कई देशों में महत्वपूर्ण शोध संस्थान अर्थशास्त्र के विद्यार्थियों को अपने यहां अवसर प्रदान करते हैं। भारत में ही ऐसे संस्थानों की संख्या बहुत अधिक है। ग्रामीण विकास तथा डेवलेपमेंट सेक्टर एक ऐसा नया क्षेत्र उभर के आया है जिसमें अर्थशास्त्र के विद्यार्थियों की बहुत अधिक मांग है। विद्यार्थी अन्तरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के गैर-सरकारी संस्थानों मंे भी कार्य कर सकते है जहां इनकी बहुत अधिक मांग है। भारतीय आर्थिक सेवा एक ऐसा क्षेत्र है जहां केवल अर्थशास्त्र के स्नातकोतर ही परीक्षा दे सकते है और इसके पश्चात केन्द्रीय सरकार की विभिन्न विभागों में स्थान प्राप्त कर सकते है। इसके अतिरिक्त रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, राष्ट्रीय कृषि व ग्रामीण विकास बैंक, सरकारी व निजी क्षेत्र के बैंक तथा कॉर्पाेरेट सेक्टर में अर्थशास्त्र के विद्यार्थियों के लिए अपार संभावनाऐं है जिस गति से आकड़ो के विश्लेषण की महता पूरे विश्व में बढ़ी है उतनी ही गति से इस कार्य को करने वाले विशेषज्ञों की मांग भी बढ़ रही है और अर्थशास्त्र में प्राप्त डिग्री इसमें बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखती हे। अर्थशास्त्र विभाग के बारें मंे बताते हुए डॉ. बत्रा ने कहा कि हमारे यहां कर्मठ शिक्षक है जिनका अर्थशास्त्र के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण ज्ञान है तथा वे निरन्तर विद्यार्थियों के विकास हेतू नई-नई योजनाओं का निर्माण करते रहते है। हमारे विभाग में डॉ. सोनू, डॉ. देवेन्द्र सिंह तथा डॉ. सतीश कुमार निरन्तर मेहनत करते हुए विभाग को नई दिशा दे रहे हैं तथा इन सबके अथक प्रयासों तथा विद्यार्थियों के मेहतन से आज अर्थशास्त्र विभाग से पास हुए कई विद्यार्थी अनेक महत्वपूर्ण विभागों तथा पदों पर कार्य कर रहे है। डॉ. बत्रा ने बताया कि इस विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग में कुल साठ सीटंे है और विद्यार्थी सत्र 2020-21 के लिए ऑनलाईन फॉर्म भर सकते हैं जिनकी अन्तिम तिथि 20 अक्टूबर, 2020 है और प्रवेश परीक्षा दिनांक 26 अक्टूबर, 2020 को निश्चित की गई है।
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