GoddaNews: मधुमक्खी पालन एवं जैविक खेती की जानकारी दी गई




ग्राम समाचार गोड्डा, ब्यूरो रिपोर्ट:-    ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में ग्रामीण युवक/युवतियों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी है। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डाॅ0 रितेश दुबे ने समेकित कृषि प्रणाली के अन्तर्गत ग्रामीण युवक/युवतियों को मधुमक्खी पालन एवं जैविक खेती विषय की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नवयुवक मधुमक्खी पालन का व्यवसाय चुनकर शुद्ध शहद, राज अवलेह, मोम, मौनविष, पराग तथा मधु गोंद आदि आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। किसान भाई मधुमक्खी पालन करने के लिए अमरूद, जामुन, आम, फूल की खेती, तेलहनी फसल जैसे सरसों, सरगुजा आदि की खेती साथ-साथ करें जिससे कि मधुमक्खी इन सभी फसलों, फलों एवं फूल से पुष्प रस तथा पराग इकट्ठा करके शहद, मोम आदि बनाने का काम करती हैं। गोड्डा के बाजार में शहद एवं मोम की मांग अत्यधिक होने के कारण मधुमक्खी पालन एक लाभकारी व्यवसाय साबित हो सकता है। वेस्ट डीकम्पोजर का घोल तैयार करके जैविक खाद, जैविक कीटनाशी तैयार करने विस्तृत जानकारी दी गई। बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर द्वारा समेकित कृषि प्रणाली पर बनाई गई फिल्म ग्रामीण युवकों को दिखाई गई। इंडियन बैंक के वित्तीय साक्षरता पदाधिकारी अनूप कुमार ने किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लेने की प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। प्रिया कुमारी, सिकंदर हांसदा, सामुएल मुर्मू, जितेन्द्र सोरेन, सूर्य नारायण मरांडी, अजय टुडू, जाॅन किस्कू, कैलाश महतो, ओनोतलाल बासकी, राजेंद्र कुमार हांसदा , दुर्गा कोड़ा, पंकज हांसदा, सपन कुमार मुर्मू, मनोज मरांडी, इनोसेंट मुर्मू आदि युवक/युवतियां प्रशिक्षण में सम्मिलित हुए।



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Editor - भुपेन्द्र कुमार चौबे

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- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

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